कहीं आप भी तो विज्ञापन के चक्कर में नहीं खरीदते कुकिंग ऑइल, इस तरह करें सही का चुनाव

भारतीय भोजन में तेल का बहुत इस्तेमाल किया जाता हैं फिर चाहे बात सब्जी की हो या स्नैक्स बनाने की। हांलाकि अच्छी सेहत के लिए नियत मात्रा में ही तेल का सेवन किया जाना चाहिए। लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी हैं कि आप अपने तेल का चुनाव कैसे कर रहें हैं। कई लोग विज्ञापन के चक्कर में ऐसे कुकिंग ऑइल खरीद लेते हैं जो सेहत के लिहाज से अच्छे नहीं होते हैं। आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप सही कुकिंग ऑइल का चुनाव कर पाएंगे। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।

स्वाद के अनुसार

मार्केट में मिलने वाले तेलों का अलग-अलग स्वाद होता है, आपको क्या पकाना है इसके अनुसार अपने तेल का चुनाव करें। उदाहरण के लिए पास्ता अगर बनाना है तो उसके लिए सबसे उपयुक्त ऑलिव ऑइल होगा। इसी तरह पराठे सेंकने के लिए रिफाइन्ड तेल सही रहता है और बात हो तड़का लगाने की तो उसके लिए स्वाद के लिहाज से सरसों का तेल अच्छा माना जाता है।

स्मोक पॉइंट

तेल का स्मोक पॉइंट वह होता है जिस पर वह गरम होने पर जलने लग जाता है और वह डीग्रेड हो जाता है। यह शरीर के लिए अच्छा नहीं होता। ऐसे में इस पॉइंट का भी ख्याल रखते हुए तेल खरीदना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आपको चीजें फ्राई करनी है तो इसके लिए हाई स्मोक पॉइंट वाला तेल बेस्ट रहेगा।

ओमेगा 6 और ओमेगा 3

ओमेगा 6 और ओमेगा 3 शरीर के लिए अच्छे माने जाते हैं। ये दोनों खाने के तेल में मौजूद होते हैं। हालांकि, ज्यादा ओमेगा 6 और कम ओमेगा 3 का बैलेंस कई दिक्कतें भी पैदा कर सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि आप ऐसे तेल लें जिसमें इनका बैलेंज बेहतर हो।

कीमत के आधार पर

प्राइस ज्यादा है या कम इससे ज्यादा इस पर ध्यान दें कि वह आपके लिए कितना हेल्दी है। ज्यादा महंगे तेल का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि वह आपके लिए अच्छा है, इसलिए डीटेल्स जरूर पढ़ें।

तारीख जरूर देखें

ऑइल खरीदने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट जरूर देखें। कोशिश करें कि आप ज्यादा आगे की एक्सपायरी डेट वाला तेल लें क्योंकि यह जल्दी खत्म नहीं होता है और डेट निकल जाने के बाद इसका इस्तेमाल सेहत को नुकसान पहुंचाता है।