काम में ली गई चाय पत्ती बड़ी उपयोगी, घर की सफाई को बनाएगी आसान

भारत में ऐसा शायद ही कोई घर होगा जहां चाय की चुस्कीयों का लुत्फ़ नहीं उठाया जाता हो।लगभग हर घर की शुरूआत चाय से होती है और शाम के चार बचना ही चाय बनाने का संकेत होता है।यही नहीं हर मेहमान का स्वागत भी चाय पिलाकर ही किया जाता है।ऐसे में बहुत मात्रा में चाय की पत्ती उपयोग में लाई जाती है। चाय की पत्ती में ऐसे रसायन पाये जाते हैं जो एन्टीआक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। साथ ही चाय में मौजूद तत्व खाद की उर्वरा क्षमता भी बढ़ाते हैं।आईये जानते हैं काम में ली गई चाय पत्ती को दोबारा उपयोग में कैसे लें..

लकडी के फर्नीचर साफ करने में

फर्नीचर की सफाई में चाय पत्ती बहुत ही फायदेमंद होती है।उपयोग की हुई चाय पत्ती को एक सूती कपडे पर लगाकर धीरे धीरे फर्नीचर पर रगडें।कुछ देर तक फर्नीचर को साफ कपडे से पोंछ ले।फर्नीचर पहले की तरह चमचमाने लगेगा।

टायलेट क्लीनर के रूप में

उपयोग कि गई चाय की पत्ती को डस्टबिन में नहीं बल्कि टायलेट में फैंके।।।। जी हां चाय की पत्ती टॉयलेट क्लीनर के रूप में बहुत प्रभावी है।थोडी देर तक टॉयलेट सीट में ब्रश चलाकर फ्लश कर दें,टॉयलेट सीट चमक जायेगी।

एयर फ्रेशनर के रूप में

अगर आप घर में गन्दी बदबू से परेशान हैं तो चाय की पत्ती बदबू दूर करने में असरदार हो सकती है। ऐसी जगहें जहां से बदबू आ रही है वहां टी बैग टांग दें।लॉन्ड्री बैग,फ्रिज की बदबू दूर करने में भी यह कारगर है।

पौधों में खाद के रूप में

चाय की पत्तियों में अम्लता होती है जो क्षारीय मिट्टी को उपजाऊ बनानें के काम में आती है।साथ ही साथ चाय की पत्ती पानी को भी सोंख लेती है।गुलाब के पौधों में चायपत्ती डालना बहुत फायदेमंद रहता है।

मच्छर दूर करनें में

चाय की पत्तीयों से मच्छर दूर किये जा सकते हैं।थोड़ी सूखी चायपत्ती और नीम की पत्तियों को मच्छर वाली जगह पर जला दें। इनका धुंआ मच्छर भगा देगा।