हर रंग कुछ कहता है। यह बात साबित हो चुकी है कि रंग लोगों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालते हैं। घर एक ऐसी जगह है, जहां लोग अपनी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा बिताते हैं। कुछ खास रंग लोगों में खास इमोशन पैदा करते हैं, इसलिए घर में रंगों का संतुलन बनाना बहुत जरूरी है, ताकि आप एक ताजा और स्वस्थ जीवन जी सकें।आपकी घर की दीवारों का रंग भी आपकी पसंद और आपके व्यक्तित्व को दर्शाता है। वही ये रंग अगर वास्तु के अनुसार चुना हो तो घर में खुशहाली भी लाता है। वास्तुशास्त्र के नियमानुसार कमरे की कौन-सी दीवार को किस रंग से रंगवाना लाभदायक होता है? चलिए, जानते हैं।
बेडरूम में लाल रंग के प्रयोग से बचेंलाल रंग ऊर्जा का प्रतीक है। इस रंग का इस्तेमाल घर के दक्षिणी या दक्षिण-पूर्वी हिस्से में नाम मात्र के लिए करें, लेकिन इस हिस्से में अगर बेडरूम हो, तो यहां लाल रंग के प्रयोग से बचें और हल्के पिंक या हल्के क्रीम रंग का सिलेक्शन करें।
उत्तर दिशा की दीवारों पर करें हरा रंग-हरा यानी बुध से संबंधित रंग। इस रंग का प्रयोग घर के उत्तर में करना चाहिए। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और आपको उन्नति के अवसर मिलेंगे। बच्चों, लड़कियों और नवविवाहित जोड़ों के कमरे में हल्के सी ग्रीन या आयवरी रंग का इस्तेमाल करें।
ऑफ़िस व ड्रॉइंग रूम में करें पीला रंगपीले रंग का इस्तेमाल घर के पूर्वोत्तर में स्थित किसी भी कमरे में किया जा सकता है। अगर यहां पर आपका ऑफ़िस, ड्रॉइंग रूम आदि है तो हल्का पीला रंग आपके लिए अति शुभ होगा। अगर इस दिशा में स्टडी रूम, लाइब्रेरी या बच्चों का कमरा हो तो भी हल्के पीले रंग का इस्तेमाल करें।
करियर में सफलता के लिए नीला रंग आसमानी रंग का इस्तेमाल मकान की उत्तर दिशा में करना चाहिए। यह रंग जल तत्व को इंगित करता है। इसके अलावा घर की उत्तर दिशा में भी बहते जल वाली तस्वीरें या पेंटिंग्स लगानी चाहिए। इससे करियर में सफलता मिलती है।
बाहरी दीवारों पर काले रंग का प्रयोग ना करेंमकान की बाहरी दीवारों पर ग्रे, ब्राउन या काले रंग का इस्तेमाल कभी न करें।घर के बाहर का रंग सफेद -पीला, ऑफ वाइट, हल्का गुलाबी या संतरी रंग होना चाहिए।