लॉकडाउन के फ्री टाइम में सजाए अपने बच्चों का कमरा, जानें कैसे

इन दिनों सभी बच्चे अपने-अपने घरों में बंद है। पेरेंट्स भी इस समय अपने ऑफिस से थोड़े दिन की निजात पाएं हुए हैं। तो क्यों ना ये टाइम बच्चों के कमरे को सजाने में व्यतीत किया जाएं। केवल कार्टून्स के पोस्टर, दीवारों पर चटक रंग, छत पर रेडियम स्टिकर्स से बच्चों का कमरा नहीं तैयार होता। आजकल पैरेंट्स अपने बच्चों के कमरे को इनोवेटिव और इंटरैक्टिव तरीक़े से सजाना चाहते हैं। अक्सर पैरेंट्स एक थीम पकड़कर कमरे को डेकोरेट करने की योजना बनाते हैं। लेकिन यदि आपके पास बजट या टाइम की कमी हो, तब भी आप अपने बच्चों का कमरा सोच-समझकर दोबारा इस्तेमाल कर सकनेवाली चीज़ों से सजा सकते हैं। हम यहां आपको बच्चों का कमरा सजाने के कुछ टिप्स दे रहे हैं।

कमरा कैसा हो

पहले यह तय कर लें कि बच्चे के लिए एक ही रूम में सोने और पढ़ने की व्यवस्था करनी है या फिर बैडरूम और स्टडीरूम अलग होंगे। यदि 1 से ज्यादा बच्चे हों तब क्या आप उन के लिए अलगअलग रूम रखने की स्थिति में हैं या नहीं। इस के बाद आप आगे की प्लानिंग करें। शहरों में घर की बढ़ती कीमत के कारण आप शायद बच्चे के लिए स्टडीरूम और बैडरूम अलगअलग न रख सकें।

रंगों से अंतर न करें

लड़कियों के लिए पिंक और लड़कों के लिए ब्लू कलर होता है। इस ख़्याल से आगे बढ़कर सोचें। नए ज़माने के शेड्स से गुरेज न करें। टोप, क्रीम, लाइट यलो जैसे शेड्स जेंडर्स के बीच की खाई को पाटने का करेंगी।

बैड

2 बच्चे हों तो बैड एक ही चाहिए या अलगअलग। बड़े साइज के बैड पर 2 बच्चे सो सकते हैं या फिर अगर रूम का साइज सही है तो 2 सिंगल बैड रख कर उन के बीच एक साइड टेबल या छोटी रैक रख सकती हैं अथवा एक परदा भी डाल सकती हैं। सोने या पढ़ते समय परदा खींचने से उन्हें 2 अलग कमरों का एहसास होगा।

सोच-समझकर चुनें फ़र्नीचर्स

अक्सर पैरेंट्स बच्चों के पूरे कमरे को गहरे रंगों से सजा देते हैं। लेकिन हमारी सलाह यही है कि सभी फ़र्नीचर्स को रंगीन न बनाएं। कुछ-कुछ चीज़ों को ही बोल्ड रंग का रखें, ताकि ये देखने में ख़ूबसूरत लगें। बेहतर तो यही होगाकि आप सभी यहां से वहां शिफ़्ट करनेवाली जैसी चीज़ों को चटक शेड में रखें, ताकि समय-समय पर आप इनकी जगह बदलकर कमरे में नयापन ला सकें। क्योंकि आपसे बेहतर कौन जानता है कि बच्चे बदलाव पसंद करते हैं।

ओपन स्पेस

बच्चे घर के अंदर उछलकूद करते रहते हैं, इसलिए उन्हें कुछ खुली जगह भी चाहिए। बैड को दीवार से सटा कर इस तरह रखा जा सकता है कि उस का सिरहाना किसी एक कोने में हो ताकि ओपन स्पेस ज्यादा मिले।