दुनिया के इन 8 खतरनाक रेलवे ट्रैक पर यात्रा करने से लगता हैं डर, रहता हैं जान का खतरा!

दुनियाभर में कई जगहें हैं जो अपनी भयानकता के लिए जानी जाती हैं और डर का माहौल पैदा करती हैं। आप सभी ने ट्रेन का सफ़र तो किया ही होगा जिसे बहुत सुरक्षित माना जाता हैं। लेकिन दुनिया में कुछ ट्रेन के सफ़र ऐसे भी हैं जो अपनेआप में ऐसा अहसास दिलाते हैं कि आप मौत से रूबरू हो रहे हैं। जी हां, ये रेलवे ट्रैक प्राकृतिक सुंदरता के साथ खतरों और रोमांच से भरे हुए हैं। कमजोर दिल वाले इंसान तो इन रूटों पर यात्रा भी नहीं करते। जिन लोगों को एडवेंचर करना अच्छा लगता है वो बड़े शौक से इन जगहों पर जा सकते हैं। आइये जानते हैं दुनिया के इन खतरनाक रेलवे ट्रैक के बारे में...

साल्टा पोलवेरिलो ट्रैक, अर्जेंटीना

साल्टा को चिली पोलवेरिलो से जोड़ने वाला 217 किलोमीटर लंबा ये रेलवे मार्ग है। इस खतरनाक ट्रैक को बनाने में तकरीबन 27 साल लगे थे। आम पब्लिक के लिए साल 1948 से इस रेलवे ट्रैक को चालू किया गया था। ये रेलवे ट्रैक 4,200 की ऊंचाई पर स्थित है। आपको बता दें कि इस ट्रैक के जरिए ट्रेनें 29 पुलों और 21 सुरंगों को पार करती है। इस ट्रैक को काफी खतरनाक माना जाता है।

आर्गो गेडे ट्रेन रेलरोड, इंडोनेशिया

यह ट्रेन ट्रैक इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में स्थित है। यह ट्रेन जकार्ता और बांडुंग के बीच चलती है। दो शहरों के बीच करीब तीन घंटे की इस यात्रा के दौरान आपको सुंदर घाटी, चाय के बागान और पहाड़ देखने को मिलेंगे। हालांकि, यह सफर तब डरावना बन जाता है जब ट्रेन आकाश जितने ऊंचे सिकुरुतुग तोरण ट्रेस्टल ब्रिज से होकर गुजरती है। जिस पुल पर यह ट्रेन गुजरती है उसके दोनों ओर कोई घेरा नहीं है, जो इसे बेहद खतरनाक बनाता है। हालांकि, आपको बता दें कि साल 2002 में इस रूट पर एक हादसा भी हुआ था।

एसो मियामी रूट, जापान

मिनामी-एसो मार्ग जापान में सबसे चुनौतीपूर्ण रेल पटरियों में आता है, जो माउंट एसो के आसपास के क्षेत्र को पार करता है। साल 2016 में कुमामोटो में भूकंप आने के बाद ट्रैक का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था और तब से इस मार्ग का उपयोग बहुत कम हो गया है। आसपास ज्वालामुखी की सक्रियता इस रेल ट्रैक को विशेष रूप से खतरनाक बनाती है।

द डेथ रेलवे, थाइलैंड

आप इसे बर्मा रेलवे, सियाम-बर्मा रेलवे, थाई-बर्मा रेलवे भी कह सकते हैं। यह रेलवे ट्रैक 415 किमी लंबा है। यह रेलवे ट्रैक थाईलैंड में बान पोंग और बर्मा में थानब्यूजयत को जोड़ता है। यह ट्रैक जंगलों और पहाड़ों से होकर गुजरता है। हालांकि सन् 1947 में इस ट्रैक को बंद कर दिया गया था। लेकिन 1957 में इस ट्रैक को फिर से यात्रियों के लिए चालू कर दिया गया था। डेथ रेलवे का इस्तेमाल द्वितीय विश्व युद्ध के बर्मा अभियान में सैनिकों और हथियारों की आपूर्ति के लिए किया गया था। इस ट्रेन रूट के निर्माण के दौरान कई युद्धबंदियों ने अपनी जान गंवाई थी। शायद इसी कारण से इस ट्रेन रूट का नाम द डेथ रेलवे रखा गया होगा।

चेन्नई से रामेश्वरम रूट, भारत

विदेश ही नहीं भारत में एक ऐसा रेलवे ट्रैक है, जहां दिल थामकर लोग यात्रा करते हैं। चेन्नई और रामेश्वरम को जोड़ने वाला चेन्नई से रामेश्वरम रूट दुनिया के सबसे खतरनाक और एडवेंचरस रेलवे ट्रैक में शामिल है। इस रूट का ट्रैक, जिसे पवन ब्रिज कहते हैं, हिन्द महासागर के ऊपर बना हुआ है, जो कि 2.3 किमी लंबा है। इसका निर्माण 1914 में किया गया था।

केपटाउन रेल मार्ग, दक्षिण अफ्रीका

दक्षिण अफ्रीका का केप टाउन की भी गिनती खतरनाक रेल मार्ग होती है। इसके अलावा चोरी और हमले की वारदातों को लेकर भी यह चर्चा में रहता है। यहां की ट्रेन लाइन अक्सर चोरी और हमलों से पीड़ित रहती है, जिसका सीधा असर संचालन को सुचारू रूप से चलाने पर पड़ता है। परिणाम ये होता है कि अक्सर ट्रेनों कई ट्रेनों को कैंसल करना पड़ जाता है।

डेविल्स नोज, इक्वाडोर

यह रेलवे ट्रैक समुद्रतल से करीब 9 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इस ट्रैक का निर्माण कार्य 1872 में शुरू हुआ और 1905 में रेलवे ट्रैक बनकर तैयार हुआ। कहा जाता है कि इसके निर्माण के दौरान सैकड़ों मजदूरों को अपनी जान से हाथ दोना पड़ा था। इसे 'डेविल्स नोज' यानी शैतान की नाक वाली ट्रेन भी कहा जाता है।

व्हाइट पास और युकोन रूट, अलास्का

व्हाइट पास और युकोन रूट अलास्का से व्हाइटहॉर्स, युकोन बंदरगाह को जोड़ता है। इस एडवेंचरस ट्रैक का अनुभव करने के लिए लोग इस मार्ग से ट्रेन की यात्रा करना पसंद करते हैं। आपको बता दें, अलास्का के ट्रेन रूट पर आप सुंदर दृश्य तो देख सकते हैं, लेकिन ये अपनी 3,000 फुट की चढ़ाई के लिए खतरनाक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस ट्रैक को बनाने के लिए पहले पहाड़ों को विस्फोट करके तोडा गया था और उसके बाद ट्रैक बनाया गया था।