भारत के सबसे अमीर मंदिर जहां आता हैं करोड़ों का चढ़ावा, बड़ी संख्या में पहुंचते हैं श्रद्धालु

भारत को अपने मंदिरों के लिए जाना जाता हैं जिससे हिंदुओं की आस्था जुड़ी हुई हैं। श्रद्धालु अपनी आस्था रखते हुए भगवान के दर्शन करने मंदिर में पहुंचते हैं। भक्ति के साथ ही भक्तों को भगवान के प्रति विश्वास और आस होती हैं जो मंदिर से सभी के मन में और बढ़ती हैं। श्रद्धालु आस्था से अपना सिर झुकाने और मुराद मांगने के साथ ही अपनी श्रद्धा के अनुसार मंदिरों में विभिन्न तरह का चढ़ावा चढाते हैं। भारत में लाखों मंदिर हैं जिनमें से कुछ तो ऐसे हैं जो अपने चढ़ावे के चलते अमीर मंदिरों में अपना नाम शामिल करते है। आज इस कड़ी में हम आपको देश के कुछ ऐसे ही मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं और यहां सबसे ज्यादा चढ़ावा आता है। तो आइए जानते हैं इन मंदिरों के बारे में...

तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर, आंध्रप्रदेश

आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर इंडिया के सबसे धनी मंदिरों में से एक है। इस मंदिर को भगवान वेंकटेश्वर या बालाजी भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित है। इस मंदिर में 1 जनवरी 2021 से 30 दिसंबर 2021 से दान पात्र में 833 करोड़ आए हैं। भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक इस मंदिर में ट्रस्ट तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के पास 9 हजार किलो सोना है। इसमें से 7235 किलो सोना देश के 2 बैंक और 1934 किलो सोना ट्रस्ट के पास रखा हुआ है। हर साल इस मंदिर के पास करीब 1000-1200 करोड़ का चढ़ावा आता है।

जगन्नाथ मंदिर, ओडिशा

पुरी में जगन्नाथ मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है, जिसे देश और यहां तक कि दुनिया के कोने-कोने से अपने भक्तों से भारी मात्रा में दान मिलता है। हालांकि मंदिर की सही संपत्ति के बारे में कोई नहीं जानता, लेकिन अनुमान है कि मंदिर में 100 किलो से अधिक सोने और चांदी के सामान हैं। प्राचीन मंदिर भगवान जगन्नाथ को समर्पित है और हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल है। इसके अलावा, मंदिर अपने वार्षिक रथ यात्रा उत्सव के लिए भी प्रसिद्ध है। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर को यूरोप के अपने एक भक्त से 1.72 करोड़ रुपए दान में मिले थे।

पद्मनाभ स्वामी मंदिर, केरल

केरल में तिरुवनंतपुरम शहर के बीच में स्थित पद्मनाभ स्वामी मंदिर भारत का सबसे अमीर मंदिर है। द्रविड़ शैली में बनाए गए इस प्राचीन मंदिर की देखभाल त्रावणकोर के पूर्व शाही परिवार द्वारा की जाती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, मंदिर की 6 तिजोरियों में कुल 20 अरब डॉलर की संपत्ति है। इतना ही नहीं, मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की विशाल सोने ही मूर्ति विराजमान है, जिसे देखने के लिए हजारों भक्त दूर-दूर से यहां आते हैं। मूर्ति की अनुमानित कीमत 500 करोड़ रुपये है।

साई बाबा मंदिर, शिरडी

महाराष्ट्र के अहमद नगर में मौजूद शिरडी साई बाबा मंदिर की काफी लोकप्रियता है। हर साल लाखों लोग यहां दर्शन के लिए देश-विदेश से आते हैं। शिरडी साई संस्थान की रिपोर्ट के मुताबिक 480 करोड़ रुपये सालाना दान-दक्षिणा से मंदिर को मिलने की रिपोर्ट्स पहले रही हैं, लेकिन ताज़ा आंकड़े 360 करोड़ रुपये सालाना के बताए जाते हैं। कहा जाता है कि मंदिर के पास लगभग 32 करोड़ की चांदी के जेवर हैं, और 6 लाख कीमत के चांदी के सिक्के हैं। साथ ही, हर साल लगभग 350 करोड़ का दान आता है।

वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू

वैष्णो देवी मंदिर को देश के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। भारत में मान्यता प्राप्त शक्ति पीठ मंदिरों में से एक है। ट्रैवल गाइड टूर माई इंडिया के अनुसार, इस मंदिर से हर साल 500 करोड़ की वार्षिक आय होती है, जो इसे देश के सबसे धनी मंदिरों में से एक बनाती है। प्रियंका चोपड़ा, कंगना रनौत और दीपिका पादुकोण जैसी बॉलीवुड हस्तियां इस पवित्र मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं।

सिद्धिविनायक मंदिर

भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में भगवान गणेश का सबसे प्रसिद्ध मंदिर स्थित है, जिसे लोग सिद्धिविनायक मंदिर के नाम से जानते हैं। गणेश जी की जिन प्रतिमाओं की सूड़ दाईं तरह मुड़ी होती है, वे सिद्घपीठ से जुड़ी होती हैं और उनके मंदिर सिद्घिविनायक मंदिर कहलाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन कर भक्तों की हर मनोकामना पूरी हो जाती है। यही कारण है कि बड़े-बड़े नेता, अभिनेता और सेलेब्रिटी से लेकर आम नागरिक तक यहां माथा टेकने और मन्नत मांगने आते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, हर साल मंदिर को दान से करीब 75 से 125 करोड़ रुपये प्राप्त होते हैं। इस मंदिर को 3.7 किलोग्राम सोने से कोट किया गया है, जो कि कोलकत्ता के एक व्यापारी ने दान किया था।

सोमनाथ मंदिर, गुजरात

गुजरात का सोमनाथ मंदिर सोमनाथ मंदिर हमेशा देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक रहा है, यही वजह है कि महमूद गजनी द्वारा सोने और चांदी के संग्रह के लिए इसे 17 बार लूटा गया है। इस मंदिर को आज भी गुजरात में एक समृद्ध मंदिर के रूप में गिना जाता है। यह मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल में बनाया गया है, और यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है। सोमनाथ में हर साल करोड़ों को चढ़ावा आता है। इसलिए ये भारत के अमीर मंदिरों में से एक है।