ऐतिहासिक महत्व रखता हैं ओडिशा, जानें यहां के दर्शनीय स्थल

भारत के पूर्वी किनारे पर बसा राज्य ओडिशा ऐतिहासिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। यही वह प्रदेश है जहां कलिंग की प्रमुख लड़ाई हुई जिसमें अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाया। यहां का जगन्नाथ पुरी मंदिर हिन्दू धर्म के चार धामों में से एक है। ओडिशा में घूमने को बहुत कुछ है बस आपके पास समय होना चाहिए। आइये जानते हैं ओडिशा के कुछ प्रमुख स्थानों के बारे में।

श्री जगन्नाथ मंदिर

चारधामों मे से एक भगवान जगन्नाथ ओडीशा की आस्था के केन्द्र हैं। लगभग बारहवीं सदी में बने इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ,सुभद्रा और बलराम की लकड़ी से बनी प्रतिमाएं हैं। यहां प्रतिवर्ष निकाली जाने वाली रथयात्रा में देश विदेश से हजारों श्रद्धालु आते हैं। अगर आप यहां जायें तो यहां के महाप्रसादम का स्वाद किये बिना ना आयें। इसमें विशेष प्रकार के चावल को मिट्टी के बर्तन में पका कर यह प्रसाद बनाया जाता है।
कोणार्क

कोणार्क पुरी से पैंतीस किलोमीटर दूर छोटा शहर है जो अपने सूर्य मंदिर के लिए जाना जाता है। यह यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया स्थल है। यहां मंदिर मे पत्थरों पर बेहद उम्दा कारीगरी की गयी है।

चिल्का झील

यह झील पक्षियों के लिए स्वर्ग कही जाती है। यहां पर कइ प्रकार के प्रवासी पक्षी देखे जा सकते हैं। साथ ही यहां गेंगेटिक डालफिन को भी देखा जा सकता है।
हीराकुड बांध

यह बैंक संबलपुर में महानदी पर स्थित मानव निर्मित मिट्टी का सबसे लंबा बांध है। इसकी लंबाई 56 किलोमीटर है। यहां बांध के किनारे घूमना बहुत ही अच्छा लगता है।

सिंपलीपल राष्ट्रीय पार्क

यह पार्क मयूरभंज में स्थित है जो कभी राजाओं के शिकार की पसंदीदा जगह हुआ करता था।यहां बाघ परियोजना चल रही है।