अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से सटे गांव देते हैं रोमांच का मजा, जानिये इनके बारे में

भारत की सीमायें पाकिस्तान,चीन नेपाल,बांग्लादेश,म्यांमार से लगती हैं।कई ऐस भारतीय गांव हैं जो इन अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पास हैं जहां से आप दूसरे देश को देख सकते हैं।वाघा बॉर्डर इन सबमें प्रमुख है जो पंजाब के अमृतसर से कुछ दूरी पर है।सीमाओं से सटे इन गांवों में घूमना रोमांच के साथ साथ देशभक्ति भी भर देता है।आइये जानते हैं भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से लगे कुछ गाँवों के बारे में।

चिटकुल

हिमाचल प्रदेश का यह तिबब्त सीमा से लगता हुआ आखिरी भारतीय गांव है जहां आबादी रहती है।हालांकि इससे सीमा नहीं लगती है लेकिन इसके बाद सेना तैनात रहती है

रामेश्वरम

यह भारत का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल तथा बारह ज्योतिर्लिंगों में से भी एक है।यहां से लगभग तीस किलोमीटर के बाद श्रीलंका स्थित है।

लखपत

गुजरात में स्थित है यहां से पाकिस्तान की सीमा लगती है।यहां मिट्टी का एक किला बना हुआ है।कच्छ का रन यहां से पास ही है।यहां एक गुरूद्वारा भी है।

अलीपुरद्वार

पश्चिम बंगाल में स्थित है,बस और कार के द्वारा यहां से भूटान में प्रवेश किया जा सकता है। यहां से भूटान तथा बांग्लादेश पास ही में है।

माना

उत्तराखंड के चमोली जिले मेें लगभग तीन हजार दो सौ मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।यह भारत का आखिरी गांव है जो बसा हुआ है।इसके बाद नीति पास के बाद तिब्बत की सीमा शुरू हो जाती हैं।