बनाए 'भारत के स्विट्जरलैंड-चोपता' घूमने का प्लान, इस तरह उठाए यहां का आनंद

स्विट्जरलैंड का नाम आते ही आपके सामने तस्वीर आती है बर्फ से ढकी चोटियों की,ऊंचे ऊंचे पेड़ों की और शांत माहौल की। लेकिन अगर आप अभी विदेश घूमने जाना नहीं चाहते तो कोई बात नहीं आप भारत में भी स्विट्जरलैंड का मजा ले सकते हैं। जी हां,उत्तराखंड के चमोली जिले में गुप्तकाशी से गोपेश्वर के बीच स्थित चोपता में आप यह अनुभव कर सकते हैं। समुद्र तल से आठ हजार मीटर की ऊँचाई पर स्थित चोपता को भारत का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। अगर आप इन छुट्टियों में चोपता जाने का मन बना रहे हैं तो जानिये वहां कैसे एंजोय कर सकते हैं।

स्कीइंग

दिसम्बर से फरवरी तक चोपता बर्फ से ढका रहता है।आप यहां स्नोफाल का मजा भी ले सकते हैं।

ट्रेकिंग

चोपता तुंगनाथ ट्रेकिंग का बेस कैम्प भी है जो लगभग साढ़े तीन किलोमीटर की ऊँचाई पर स्थित है। पास ही में देवरिया ताल व चंद्रशिला भी हैं। चोपता से माउंट त्रिशूल और माउंट चौखम्भा भी दिखाई देते हैं।

कैम्पिंग

यहां कैम्पिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। खुले आसमान के नीचे तारों के साथ पहाडों की चोटियों को निहारते रहना एक अलग ही अनुभव होता है।तुंगनाथ में शिव जी का मंदिर है जो पंच केदारों में गिना जाता है।यह ट्रेकिंग चुनौतियों से भरी है। चोपता फोटोग्राफी करने के लिए भी एक बेहतरीन जगह है यहां आप उत्तराखंड के राज्य पक्षी मोनल को भी देख सकते हैं।

कंचुला कोरक अभयारण्य

यहां कस्तूरी किरण देखे जा सकते हैं। चारों तरफ हरियाली से भरे बुग्याल बहुत ही सुन्दर लगते हैं।

उखीमठ

चोपता से लगभग तीस किलोमीटर की दूरी पर उखीमठ है जो भगवान केदारनाथ का शीतकालीन प्रवास स्थल है।