इतिहास के कई रोचक किस्से संजोए हुए है मैसूर के महल, करें यहां की सैर

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से लगभग 150 किमी दूर तमिलनाडु की सीमा पर स्थित एक बहुत ही सुंदर शहर है। हम बात कर रहे है मैसूर की। ये न केवल कर्नाटक में पर्यटन के लिए बल्कि कई उत्सवों के लिए भी देश भर में मशहूर है। अगर आप मैसूर में है तो यहां के लोकल मार्केट में शॉपिंग करना न भूलें। यहां कि हाथ से बनी मैसूर सिल्क पूरे भारत में प्रसिद्ध है। यहां से आप चंदन और चन्दन से बने परफ्यूम भी खरीद सकते हैं। साथ ही मैसूर की गंजीफा चित्रकारी भी अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती है। यहां का दशहरा उत्सव पूरे भारत में अनूठे ढंग से मनाया जाता है। यहां के महल इतिहास के कई रोचक किस्से अपने में संजो कर रखे हुए है। आईये जानते है मैसूर के कुछ प्रमुख घूमने लायक जगहों के बारे में-

मैसूर पैलेस


यहां कभी मैसूर का शाही परिवार रहा करता था, जिसे 1912 में वाड्यार वंश द्वारा बनाया गया था। आज भी ये महल वास्तुकला के हिसाब से दुनिया के कई महलो को चुनौती देता है।

सोमनाथपुरा मंदिर

मैसूर शहर से 26 किमी दूर इस मंदिर को होयसल वंश द्वारा स्थापित किया गया था। पत्थर पर बारीक़ काम के लिए ये मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। यहां आप फोटोग्राफी का भी मजा ले सकते है।

वृन्दावन गार्डन

कावेरी नदी के किनारे कृष्णराज वाड्यार द्वारा इस सूंदर गार्डन को बनाया गया था। शहर से 16 किमी दूर लगभग 60 एकड़ में फैला हुआ ये बाग़ सुंदरता में कश्मीर के शालीमार बाग की याद दिलाता है।यहां शाम के समय चलने वाले म्यूजिकल फाउंटन इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगा देते है।

चामुंडेश्वरी मंदिर

चामुंडी पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर 12वीं सदी का बताया जाता है। जिसकी मुख्य प्रतिमा सोने से बनी हुई है। द्रविड़ शैली में बने इस मंदिर का प्रवेश द्वार चांदी से बना है।

सेन्ट फिलोमिना चर्च

कैथोलिक संत फिलोमिना की याद में ये चर्च बनवाया गया था, जो एशिया में दूसरा सबसे ऊंचा चर्च है। यहां का हराभरा और शांत वातावरण आपको यहां कुछ देर बैठने पर मजबूर कर देगा।