इतिहास और गौरव की शान है पाकिस्तान में स्थित ये ऐतिहासिक हिन्दू मंदिर

आज कल पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब चर्चा में बना हुआ है। जिसके गलियारे का उद्घाटन कुछ दिनों में होने वाला है। यह गलियारा भारत और पाकिस्तान के बीच इस धार्मिक यात्रा को पूरा करने का जरिया बनेगा। बँटवारे से पहले पाकिस्तान में भी हिन्दुओं की अच्छी आबादी थी इसलिए आज भी वहां हिन्दूओं के कई मंदिर मौजूद है। ऐसे में आज हम आपको पाकिस्तान में स्थित प्रमुख हिन्दू मंदिरों के बारें में बताने जा रहे है...

हिंगलाज माता मंदिर

पाकिस्तान के बलुचिस्तान प्रांत में किरथार पहाडीयों पर हिंगलाज माता का मंदिर कराची से 250 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित है।हिन्दू मान्यताओं के अनुसार यह देवी के 51 शक्ति पीठों में से एक है जहां देवी सती का सिर गिरा था। स्थानीय मुस्लिम यहां की पूजा नाना पीर के रूप में करते हैं

सैदपुर मंदिर,इस्लामाबाद

कहा जाता है कि इस मंदिर को राजा मानसिंह सन 1580 में बनवाया था। यहां लक्ष्मी और काली की प्राचीन मूर्तियां हैं

गोरखनाथ मंदिर

पाकिस्तान के पेशेवर में गारखत्री नामक स्थान पर यह मंदिर है, कनफटे गोरख सम्प्रदाय को समर्पित यह मंदिर सन 1851 में बना था।

श्री लक्ष्मीनारायण मंदि

200 साल पुराना यह मंदिर कराची में स्थित है जो पाकिस्तान के हिन्दुओं की आस्था का एक बड़ा केन्द्र है।यहां हर साल दीवाली और गणेश चतुर्थी पर बड़ा मेला लगता है।



कटासराज मंदिर

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के उत्तर में नमक कोह नामक पहाड पर यह शिव मंदिर है।यहां भगवान शिव का प्राचीन मंदिर है।कहा जाता है कि सती की मृत्यु से दुखी शिवजी का एक आंसु यहां गिरा था,दूसरा आंसु राजस्थान के पुष्कर में गिरा था।