दुनिया के ऐसे देश जहाँ नहीं देना पड़ता इनकम टैक्स

भारत में अभी GST का बोलबाला सर चढ़कर बोल रहा हैं, जिसे सरकार ने इनकम टैक्स में होने वाली चोरी को रोकने के लिए लागू किया हैं। लेकिन सोचिये अगर आपको इनकम टैक्स ही ना देना पड़े तो किस बात की चोरी। आप सोच रहे होंगे कि क्या ऐसा भी हो सकता हैं। अब भारत का तो पता नहीं लेकिन दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता। आज हम आपको उन्हीं देशों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता। तो आइये जानते हैं उन देशों के बारे में...

* संयुक्त अरब अमीरात (UAE) :

संयुक्त अरब अमीरात ऐसा देश है, जहां लोग अमीर है लेकिन उन्हें इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता। विदेशी बैंक और विदेशी तेल कम्पनियों की कैपिटल गेन इनकम पर पर नॉर्मल बिज़नेस टैक्स ही लगाया जाता है।

* ओमान :

ओमान की सीमाएं अरब सागर से जाकर मिलती हैं। ओमान अरबी प्रायद्वीप के दक्षिण पूर्व में स्थित एक देश है। यहां भी नागरिकों से किसी तरह का आयकर नहीं लिया जाता है। ओमान भी तेल और गैस का निर्यात करता है, यहां के नागरिक सोशल सिक्योरिटी बेनिफिट्स में अपना योगदान जरूर देते हैं।

* सउदी अरब :

सउदी अरब में वेतन पर कोई टैक्स नहीं लगता है। हालांकि, खुद का व्यवसाय करने वाले प्रवासियों पर 20 फीसदी टैक्स लगता है। इसके अलावा यहां किसी व्यक्ति पर किसी भी तरह का कोई और टैक्स लागू नहीं है।

* बहरीन :

बहरीन में भी लोगों से आयकर नहीं लिया जाता है। हालांकि नागरिकों को उनकी आय का 7 प्रतिशत तक का हिस्सा सोशल सिक्योरिटी में देना होता है। जबकि अप्रवासिको उनकी आय का 1 फीसदी हिस्सा सोशल सिक्योरिटी में देना होता है। बहरीन में किराए पर घर देने, स्टाम्प ड्यूटी और रियल स्टेट के ट्रांसफर पर टैक्स देना होता है।

* बरमूडा :

बरमूडा देश छोटा है, बावजूद इसके कोई पर्सनल टैक्स नहीं देना पड़ता। एम्प्लॉयरको 14 फीसदी पे-रोल टैक्स देना होता है।

* मोनाको :

दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश मोनाको है। यह यूरोप में स्थित हैं, यहां से स्विट्जरलैंड, फ्रांस और इटली नजदीक हैं। फ्रांस सटे होने के कारण यहां पर फ्रेंच भाषा बोली और लिखी जाती है, फ्रेंच ही यहां की राजभाषा है। मोनाकों में करोड़पतियों लोगों के रहने का धनत्व सबसे ज्यादा है। यहां लोगों से आयकर नहीं लिया जाता है, जब तक कि वह फ्रेंच हैं।

* बहमास :

बहमास में भी कोई भी इनकम टैक्स नहीं लगता है। यहां कैपिटल गेन, उत्तराधिकार या गिट टैक्स भी नहीं देना पड़ता है। UAE में सिर्फ रियल एस्टेट एक्जीविशन टैक्स के तौर पर स्टाम्प ड्यूटी और होल्डिंग टैक्स पर रियल प्रॉपर्टी टैक्स लागू है।

* कुवैत :

एक अन्य मिडिल ईस्ट का देश कुवैत, यहां भी लोगों सो आयकर या इनकम टैक्स नहीं देना होता है। पर, लोगों को सोशल सिक्योरिटी के लिए निर्देशित राशि जमा करनी होती है।

* कतर :

कतर में तेल के अथाह भंडार से इस देश के लोग भी काफी अमीर है बावजूद टैक्स नहीं लगता। किसी भी व्यक्ति या कर्मचारी पर आयकर,डिविडेंड, कैपिटल गेन्स व धन या सम्पत्ति के ट्रांसफर पर कोई टैक्स नहीं है।

* कैमैन आइलैंड :

कैमैन आइलैंड में ना तो इनकम टैक्स देना पड़ता है और ना ही सोशल इंश्योरेंस फण्ड में योगदान देना पड़ता है। हर एम्प्लॉयर को अपने कर्मचारियों के लिए पेंशन स्कीम चलानी होती है जिसमे लगातार नौ महीने से काम कर रहे बाहरी कर्मचारी को भी शामिल किया जाता है।