भूटान में मिलता हैं प्राकृतिक सुन्दरता का भव्य नजारा, इस तरह उठाए यहां का लुत्फ़

भूटान हिमालय के पूर्वी भाग में स्थित प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर एक देश है जहां शहरी शोर और प्रदूषण से दूर आप अपनी छूट्टियां बिता सकते हैं। विश्व में यह एकमात्र ऐसा देश है जहां की सरकार खुशियों को मापने को पैमाने याने ग्रोस हैप्पीनेस इंडेक्स का इस्तेमाल करती है। यहां का पर्यटन विभाग प्रतिदिन के हिसाब से लगभग ढाई सौ डालर का शुल्क सेनानियों से लेता है, इसलिए यहां जाने से पहले आप हर एक जगह की अच्छी तरह से जानकारी ले लें ताकि आप अपना कीमती समय और पैसा बिगाडे बिना ज्यादा से ज्यादा जगह घूम सकें।

टाईगर नेस्ट मोनेस्ट्री

पारो भूटान का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है।पारो से ही कुछ दूरी पर लगभग तीन हजार मीटर की ऊँचाई पर टाईगर मोनेस्ट्री है जिसे टक्टसंग मोनेस्ट्री के नाम से भी जाना जाता है। पहाड के कोने पर बसी यह मोनेस्ट्री बौद्ध आस्था का एक बहुत बड़ा केन्द्र है।

बुद्धा ड्रोडेमा:

भूटान की राजधानी थिम्पू से कुछ ही दूर बुद्धा ड्रोडेमा एक बहुत ही सुन्दर जगह है।यहां बुद्ध की इक्यावन मीटर ऊंची मूर्ति है।
चांगलिमिथान्ग स्टेडियम:

थिम्पू में ही चांग्लिमिथान्ग स्टेडियम है जो चारों और से पहाड़ों से घिरा हुआ है।तीरंदाजी भूटान का राष्ट्रीय खेल है,इस स्टेडियम में कई तीरंदाजी प्रतियोगिताएं चलती रहती हैं जिनका लुत्फ आप उठा सकते हैं।

नेशनल मेमोरियल,चोरटेन

भूटान में स्तूप को चोरटेन कहा जाता है,यहां ध्यान लगाया जाता है। इस चोरटेन का निर्माण सन 1974 में भूटान के राजा की स्मृति में किया गया था।

फर्टिलिटी टेंपल

जी हां फर्टिलिटी टेम्पल जहां महिलाएं संतान प्राप्त करने की कामना से आती हैं।कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण एक सनकी भिक्षु ने किया था।यहां आते ही आपको दीवारों पर कई रंगों के लिंग दिखाई देंगे।