घूमने के शौकीन लोग पूरे साल अलग-अलग जगहों को एक्सप्लोर करना पसंद करते हैं। सभी अपनी पसंद और मन-मुताबिक जगहों का चुनाव करते हैं। कुछ लोग होते हैं जो एडवेंचर से भरपूर जगहों की तलाश में रहते हैं। इन्हीं एडवेंचर में से एक हैं ट्रेकिंग जिसका लुत्फ उठाना कई लोग पसंद करते हैं। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको महाराष्ट्र की कुछ रोमांचक किलों के बारे में बताने जा रहे हैं जो ट्रैकिंग का रोमांच देने के साथ ही इतिहास से भी अवगत करवाएगी। इन किलों तक पहुंचने के लिए आपको ऊंची-ऊंची पहाड़ियों के रास्ते से होकर जाना होगा एवं कई किलोमीटर तक ट्रैकिंग करनी होगी। तो आइये जानते हैं महाराष्ट्र के इन रोमांचक किलों के बारे में...
राजमाची किलालोनावला से क़रीब 15 किलोमीटर दूर स्थित राजमाची किला भारत के मशहूर ट्रैकिंग स्थलों में से एक है। समुद्र सतह से 2,710 फीट की ऊंचाई पर मौजूद इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। अगर आप पहली बार ट्रैकिंग के लिए जा रहे हैं तो राजमाची किला एक अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि यहां ट्रैकिंग करने में आपको ज़्यादा समय नहीं लगेगा और इस किले के टॉप पर पहुंचने के लिए सिर्फ़ 40 मिनट ही लगते हैं।
माहुली किलामाहुली फोर्ट दिलचस्प ट्रैकिंग के अलावा छुट्टियां बिताने के लिए बेस्ट जगहों में से एक है। यह ठाणे डिस्ट्रिक्ट के सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित है, जहां आसपास जंगल और जंगली पशु-पक्षी भी देखने को मिल सकते हैं। अगर आप पर्वतारोही हैं तो यह जगह घूमने जरूर जाएं। मुंबई से माहुली फोर्ट 75 किलोमीटर दूर है। मानसून के समय लोग इन पहाड़ी एरिया को एक्सप्लोर करने जरूर जाते हैं, हालांकि, आपको पहाड़ चढ़ने का अनुभव कम है, तो सर्दियों के मौसम या फिर गर्मियों में भी जा सकती हैं। माहुली फोर्ट पहुंचने के लिए आपको करीब 8 किलोमीटर ट्रैक करना ऊपर जाना होगा।
रायगढ़ किलारायगढ़ ज़िले के महाड में पहाड़ी पर स्थित यह किला महाराष्ट्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। रायगढ़ किला समुद्र की सतह से क़रीब 2700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसे छत्रपति शिवाजी महाराज ने बनवाया था और सन 1674 में इसे अपनी राजधानी घोषित किया था। ठंड के मौसम में यहां ट्रैकिंग का मज़ा दोगुना हो जाता है। हालांकि इस किले तक ट्रैकिंग और रोपवे के ज़रिए आसानी से पहुंचा जा सकता है।
तिकोना किलातिकोना फोर्ट एक पहाड़ी फोर्ट है और यह मुंबई के पास प्रसिद्ध ट्रैकिंग जगहों में से एक है। 3500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह फोर्ट चारों ओर से त्रिकोणीय है। खास बात है कि जब इस फोर्ट को आप पावना डैम से देखेंगी तो यहां से आपको बेहद खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे। पहाड़ों के बीच सुकून के पल बिताने के अलावा आपको कई ऐसे पेड़-पौधे भी देखने को मिलेंगे, जिसे देख आपका मन मंत्रमुग्ध हो जाएगा। यह फोर्ट मुंबई से 122 किलोमीटर दूर स्थित है। लोनावला से यह 24 किलोमीटर दूर है। यहां ट्रैकिंग करना बेहद आसान है, कुछ दूर तक लोग अपनी गाड़ी से जा सकते हैं। चार से साढ़े चार घंटे के अंदर ट्रैकिग कर लोग इस फोर्ट तक पहुंच सकते हैं। मानसून के समय यहां भीड़ अधिक देखने को मिलती है, हालांकि, यहां ट्रैकिंग करना आसान है, इसलिए लोग कभी भी आते-जाते रहते हैं।
हरिहर किलाकसारा से 60 किलोमीटर दूर नासिक ज़िले में एक पहाड़ की चोटी पर स्थित हरिहर किला 170 मीटर की ऊंचाई पर बना है। इसे हर्षगढ़ किले के नाम से भी जाना जाता है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित इस किले की चढ़ाई 90 डिग्री सीधी है, जो ख़तरनाक होने के साथ-साथ रोमांचक भी है। इस ख़तरनाक और रोमांचकारी रास्ते को पार करने में 2 दिन का समय लगता है, लेकिन इसकी चढ़ाई करना हर किसी के बस की बात नहीं है, क्योंकि चढ़ाई के दौरान हर वक़्त सासें हलक में अटकी रहती हैं।
अलंग किलाअलंग फोर्ट तक पहुंचने के लिए आपको काफी मुश्किल भरे रास्तों से गुजरकर जाना होगा। ये मुंबई क्षेत्र में सबसे कठिन ट्रैक में से एक है। 4,852 फीट की ऊंचाई पर स्थित अलंग फोर्ट प्राकृतिक नजारों से भरपूर है। यह एक विशाल पहाड़ पर स्थित है, जिसके टॉप पर गुफाएं है। तीन से चार दिन ट्रैक कर आप इस फोर्ट तक पहुंच सकते हैं। मुंबई से यह फोर्ट 140 किलोमीटर दूर है। यह पश्चिमी घाट पर्वत, नासिक की कलसुबाई श्रेणी में स्थित है। अप्रैल या फिर मई के महीने समय ट्रैकिंग के लिए बेस्ट माना जाता है, लेकिन सर्दियों के मौसम में भी आप यहां जा सकती हैं।
कुलंग किलाकुलंग फोर्ट तक पहुंचने के लिए आपको पहाड़ के मुश्किल भरे रास्तों से गुजरना होगा। यहां ट्रैकिंग करना थोड़ा मुश्किल है। यह फोर्ट कलसुबाई रेंज के पास 4822 फीट की खतरनाक ऊंचाई पर स्थित है। ट्रैकिंग के दौरान आपको कई ऊबड़-खाबड़ इलाके से गुजरना होगा। हालांकि, एक बार ऊपर पहुंचने के बाद कई खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे। मुंबई से यह फोर्ट करीब 155 किलोमीटर दूर है। वहीं ट्रैकिंग करने के लिए आपको कई घंटे लग सकते हैं। अगर आपको एडवेंचर और रोमांचक दृश्य देखने का शौक है, इस फोर्ट को घूमने का प्लान बना सकती हैं।
कोरीगढ़ किलापुणे ज़िले के लोनावला से क़रीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोरीगढ़ किला ट्रैकिंग के लिए काफ़ी मशहूर है। हालांकि दो रास्तों के ज़रिए इस किले की चोटी तक पहुंचा जा सकता है। इसकी चोटी पर कोराई देवी, भगवान शिव और विष्णु के मंदिर स्थित हैं। समुद्र सतह से 3,050 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस स्थल की चढ़ाई आसान होने के साथ-साथ रोमांचक भी है। इस स्थल की ख़ासियत यह है कि यहां आप किसी भी मौसम में ट्रैकिंग के लिए जा सकते हैं।