भारत का सबसे स्वच्छ शहर है इंदौर, जानें इसकी विशेषता और पर्यटन के बारे में

जब भी कभी स्वच्छता और खूबसूरती की बात की जाती हैं तो इंदौर शहर का नाम सामने आता हैं। प्रधानमंत्री स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार इंदौर शीर्ष पर रहा हैं और अपनी अनूठी छवि प्रदर्शित की हैं। इसकी खूबसूरती और संस्कृति के चलते इसे भारत का दिल कहा जाता हैं। यहाँ की संस्कृति और प्राकृतिक नजारें इस शहर की विशेषता को बढ़ाते हैं। यहां के खानपान और पर्यटन स्थल के चलते विदेशों से भी लोग यहाँ पहुंचते हैं। स्मारकों और स्थलों की सुंदरता इंदौर को खास बना देती है। इंदौर शिल्प उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के पारंपरिक शिल्प उद्योगों में हाथ ब्लॉक छपाई, टाई एंड डाई या बंधेज, बाटिक, जूट उद्योग और जरी का काम किया जाता है।

प्राकृतिक सुंदरता से भरा शहर

इंदौर प्राकृतिक सुंदरता से भरा है। यहां पर दो नदियों खान और सरस्वती का संगम है। यहां के खूबसूरत नजारे देखते ही बनते हैं।

इतिहास

इंदौर मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा शहर है और इसका इतिहास काफी पुराना है। इस शहर का नाम यहां पर स्थित भगवान इंद्रेश्वर के नाम पर रखा गया है। इस शहर में कई महान राजवंशों और शासकों ने शासन किया। इतिहासकारों के अनुसार राव नंदलाल चौधरी ने इंदौर की खोज कर थी।

इंदौर के मशहूर स्थल

इंदौर में सौंदर्य महलों, शानदार स्मारकों और मनमोहक धार्मिक स्थलों का संगम है। यहां के खूबसूरत स्थलों की गिनती भारत के लोकप्रिय स्थलों में होती है। बीजासेन टेकरी से इस शहर की खूबसूरती को आसानी से देखा जा सकता है।

- भगवान इंद्रेश्वर का मंदिर : इंदौर में भगवान इंद्रेश्वर का मंदिर है, जिसका इतिहास काफी पुराना है। ऐसा माना जाता है कि 18 वीं सदीं में इस मंदिर का निर्माण हुआ था।

- लालबाग पैलेस : लालबाग पैलेस होलकर शासकों के महान रहन - सहन और रखरखाव को दर्शाता है।

- पाटलपानी झरना : इस झरने की प्राकृतिक खूबसूरती देखते ही बनती है।

- मेघदूत उपवन : मेघदूत उपवन इंदौर की सुंदरता में चार चांद लगाने का काम करता है।

- गांधी हॅाल : गांधी हॅाल को मील के पत्थर के नाम से भी जाना जाता है।

- गीता भवन : इस भवन सभी धर्म के लोग प्रार्थना करने के लिए आते हैं।

- इंदौर संग्रहालय : इंदौर संग्रहालय में यहां के इतिहास को संभाल कर रखा गया है।