सैलानियों के आकर्षण का केंद्र हैं राजस्थान का खजुराहो, देखने को मिलते है अद्भुद नज़ारे

राजस्थान विविधताओं से भरा हुआ राज्य है। यहां घूमने के लिए एक से बढ़कर एक स्थल हैं। प्राकृतिक रूप आए भी यह प्रदेश काफी विविधता पूर्ण है। कही रेतीले धोरे हैं तो कहीं शिमला का अहसास कराने वाला माउंट आबू है। ऐसे ही शहरों में से एक है बाड़मेर। भारत का यह सीमावर्ती जिला पर्यटन के हिसाब से बहुत सम्पन्न है। इस जिले में सुंदर जैन मंदिर सैलानियों के आकर्षण का केंद्र हैं। यहां के लोग आव भगत में अन्य स्थानों से एक कदम आगे ही हैं। जानते हैं बाड़मेर की ऐसी कई जगहों के बारे में...

- नाकोड़ा के जैन मंदिर अरावली पर्वत माला के मध्य स्थित यह मंदिर बहुत ही कलात्मक हैं। सफेद संगमरमर से बना यह मंदिर भगवान पार्श्वनाथ को समर्पित है।

- किराडू के मंदिर यहां सातवी आठवी सदी के मंदिर हैं। इन मंदिरों की दीवारों पर कलात्मक कामुक मूर्तिकारी की गई है। इन मंदिरों में सोमेश्वर का मंदिर भी प्रमुख है। भंडदेवरा के नाम से मशहूर इज मंदिरों को राजस्थान का खजुराहो भी कहा जाता है।

- महाबार के धोरे ये रेत के शाम के वक़्त सुनहरे लगते हैं।यहां फोटोग्राफी भी की जा सकती है। सर्पिलाकार ये धोरे दूर से बहुत ही सुंदर और मन को शांति देने वाले लगते हैं। इन धोरों पर पैदल या ऊंट के ऊपर सवारी की जा सकती है।

- बाड़मेर का बाजार स्थानीय हेंडीक्राफ्ट तथा कपड़ों के लिए यह बाजार बहुत ही सस्ता है। बाड़मेर अपने अजरख प्रिंट के लिए मशहूर है।

- माता का मंदिर आस पास के लोगो की श्रद्धा का केंद्र हैं। इस किले के अंदर दीवारों पर बहुत ही कलात्मक कारीगरी की गई है। आज कल यहां कई हेरिटेज होटल भी खुल गईं हैं।