बुढ़ापे में भी फिट एंड फाइन रहने के लिए अपनाएं ये योगासन, दूर होगी हर समस्या

आज के समय में महिलाओं, पुरुषों बुजुर्गों या बच्चे हर किसी को योगा करना चाहिए ताकि उनका स्वास्थ्य ठीक रहे वह बिल्कुल फिट एंड हिट रहे। योगा हर उम्र के व्यक्ति के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे आपके शरीर की सारी बीमारियां दूर हो जाती है साथ ही आप लंबे समय तक किसी भी क्रिया को करने के लिए योग्य रहते हैं। महिलाएं हों या पुरुष, बच्चे हों या बुजुर्ग, सभी के लिए स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है।

योग सिर्फ बीमारियों को दूर नही करता है बल्कि रोजमर्रा के कामों को भी और भी ज्यादा बेहतर बनाता है। यदि हम नियमित रूप से योगा करते हैं तो हम रोजमर्रा के काम भी बहुत ही अच्छी तरह से कर सकते हैं। बुजुर्ग भी योगा या एक्सरसाइज बहुत ही अच्छी तरह से कर सकते है। कई लोगों की यह धारणा है कि उम्र बढ़ने की वजह से मसल्स कमजोर हो जाति हैं जिसके कारण उन्हें योगा या एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए।

हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आज के समय में समाज के अंदर कई ऐसे उदाहरण है जोकि बढ़ती उम्र के साथ और ज्यादा फिट और स्वस्थ रहने लगे हैं। वह सभी लोग मस्कुलर बॉडी या फिट बॉडी के मालिक हैं। डॉक्टर्स या फिटनेस एक्सपर्ट्स बुजुर्गों को योगा आसन या एक्सरसाइज करने के समय कुछ सावधानियां बरतने के लिए कहते हैं ताकि वह सही तरह से अपने योगा को कर सके और अपना स्वास्थ्य पहले से और ज्यादा बेहतर रख सके।

बुजुर्गों के लिए योगासन की जरूरत?
कहा जाता है कि हम जिस वातावरण में रहते हैं उसका हमारी सेहत पर प्रभाव पड़ता है, इसलिए प्रकृति के बीच में रहने के साथ मित्रता अच्छे लोगों के साथ करनी चाहिए। वहीं उनकी अच्छी आदतों को अपनाना चाहिए। जैसा कि हम सब जानते और देखते आ रहे हैं कि, उम्र के बढ़ने के साथ-साथ डायबिटीज, दिल की बीमारी, अल्जाइमर आदि कई क्रॉनिक बीमारियां लग जाती हैं। बुजुर्गों में ब्लड प्रेशर की दिक्कत और रक्त प्रवाह में असंतुलन आदि भी हो जाता है। ऐसे में उनके लिए सुरक्षित योगासन का अभ्यास करके उनके शरीर को फिट रखा जा सकता है और एजिंग के साथ होने वाली बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। योगासन करने से आपके फेफड़े सही रहते हैं और शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होती है। इसके अलावा, शरीर में रक्त प्रवाह व रक्तचाप भी संतुलित रहता है, जिससे हर शारीरिक अंग की सक्रियता और मजबूती बनी रहती है। आइए, बुजुर्गों के लिए योगासन के बारे में जानते हैं, जो उनके लिए जरूरी भी हैं और सुरक्षित भी।

1.त्रिकोणासन

त्रिकोणासन काफी प्रभावशाली आसन है इस आसन को बुजुर्ग बहुत ही आसानी से कर सकते हैं बुजुर्गों के लिए यह आसन करना बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। सोचने की बात यह है कि त्रिकोणासन ही बुजुर्गों के लिए फायदेमंद क्यों बताया गया है दरअसल इस आसन को बुजुर्गों के लिए इसलिए शामिल किया गया है क्योंकि यह उनके आमतौर पर होने वाली परेशानियों को दूर कर सकता है जैसे कि कूल्हों की दिक्कत साथ ही यह आसन कूल्हों के दर्द को दूर करने में भी मदद करेगा। कूल्हों के दर्द के अलावा इस आसन को करने से ब्लड प्रेशर भी सामान्य स्तर पर रहेगा।

2. कटिचक्रासन

यह आसन शरीर को सीधा रखने में मदद करता है, क्योंकि इससे स्पाइन सीधी रहती है। इसके अलावा, यह हाथों और पैरों की मसल्स को मजबूती प्रदान करता है। बुजुर्गों के लिए योगासन में यह आसन काफी आसान है और फायदेमंद भी है। इसे करने के लिए पैरों को थोड़ा सा खोलकर आराम से खड़े हो जाएं। इसके बाद अपने हाथों को कंधे की सीध में रखते हुए सामने की तरफ फैला लें। अब लंबी और गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए जितना हो सके अपनी कमर को दायीं तरफ ले जाएं और सिर को दाएं कंधे की तरफ झुकाएं। अब सांस लेते हुए पिछली वाली पोजीशन में आ जाएं और फिर इस प्रक्रिया को दूसरी तरफ से भी दोहराएं।

3. भुजंगासन

भुजंगासन करने से बुजुर्गों के शरीर में रक्त प्रवाह सुधरता है और उनकी कमर और कंधों की मसल्स को मजबूती मिलती है। इससे वह काफी ऊर्जावान महसूस करते हैं। इसे करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाएं। अब तलवों को रखते हुए एड़ियों को मिलाकर रखें। अब हथेलियों को कंधों के ठीक नीचे रखें और कोहनियों को अपने शरीर के पास रखें। अब गहरी सांस लें और अपनी छाती और सिर को ऊपर की तरफ उठाएं। जितना हो सके अपनी सिर और छाती को पीछे की तरफ खींचे। इसी अवस्था में कुछ सेकेंड रहने की कोशिश करें और फिर सांस छोड़ते हुए आराम से पिछली अवस्था में लौट आएं।