मिर्गी से अधिकतर लोग भली-भांति परिचित होंगे, लेकिन इससे कैसे निपटा जाए, इसके बारे में शायद कम लोगों को ही पता हो। इसकी गिनती गंभीर मस्तिष्क विकारों में होती है, जो किसी को भी, किसी भी समय अपना शिकार बना सकता है। हालांकि, इसके उपचार के कई आधुनिक विकल्प मौजूद हैं, लेकिन इनके दुष्परिणाम इस समस्या को और भी जटिल बना सकते हैं। ऐसे में मिर्गी से बचने और इसके उपचार के लिए योग एक सटीक और सुरक्षित विकल्प साबित हो सकता है।
1.उत्तन्नासन
कैसे करें :
*सबसे पहले समतल जगह पर योग मैट बिछा लें।
*अब सावधान की मुद्रा में खड़े हो जाएं।
*अब अपने हाथों को ऊपर की तरफ ले जाएं।
*अब हाथों को बिना मोड़े, सामने की तरफ झुकें।
*फिर दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठों को छूने का प्रयास करें। ध्यान रहे घुटने बिलकुल भी न मुड़ें।
* अपनी क्षमता अनुसार अपने सिर को घुटनों के पास ले जाएं।
* जब इतनी प्रक्रिया को आसानी से कर लें, तब अपने हाथों को पैरों के पीछे की ओर ले जाकर ऐड़ी के ऊपरी हिस्से को पकड़ने की कोशिश करें।
*अब इस मुद्रा में कुछ देर बने रहने का प्रयास करें।
*फिर धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
*इस चक्र को 4-5 बार किया जा सकता है।
2.मत्स्यासनकैसे करें :
*सबसे पहले फर्श पर योग मैट बिछा लें।
* अब पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
* अब धीरे-धीरे पीछे की और झुकें और पीठ के बल लेट जाएं।
* अब दाएं (Right) हाथ से बाएं (Left) पैर को पकड़ें और बाएं हाथ से दाएं पैर को पकड़ें।
* अब गहरी सांस लेते हुए सीने को उठाने की कोशिश करें, ध्यान रहे कि इस दौरान सिर जमीन से लगा हुआ होना चाहिए।
*अब इस मुद्रा में कुछ सेकंड तक बने रहने का प्रयास करें।
*अब सांस छोड़ते हुए अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं।
* इस योग चक्र को 2-3 बार किया जा सकता है।
3.बालासनकैसे करें :
* सबसे पहले एक समतल जगह पर योग मैट बिछा लें।
* अब अपने घुटनों को मोड़ते हुए अपनी एड़ियों पर बैठ जाएं।
* ध्यान रहे कि कूल्हों को एड़ियों पर ही रखना है।
*अब आगे की ओर झुककर माथे को जमीन पर लगाने की कोशिश करें।
* अब अपने हाथों को शरीर के दोनों ओर से आगे की ओर उठाते हुए जमीन पर रखें।
*इस दौरान हथेली जमीन से चिपकी हुई होगी।
* अब धीरे से सीने पर जांघों के जरिए दबाव दें।
* अब अपनी क्षमतानुसार कुछ देर इसी मुद्रा में रहें।
*अब धीरे-धीरे उठकर सामान्य स्थिति में बैठ जाएं।
* इस योग चक्र को करीब 3-5 बार किया जा सकता है
4.कपोतासनकैसे करें :
*सबसे पहले वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
* इसके बाद घुटने के बल खड़े हो जाएं।
*अब अपने हाथों को सामने की ओर से ऊपर उठाकर शरीर को वक्र का आकार देते हुएnपीछे की ओर ले जाएं और अपनी हथेलियों को जमीन से टिका दें।
*इस स्थिति में हथेलियां जमीन से चिपकी हुई होगी और शरीर वक्र की स्थिति में होगा।
* अब इसी मुद्रा में रहते हुए अपने सिर को एडियों के बीच रखने की कोशिश करें।
* अब अपने दोनों हाथों से पैरों की एडियों को पकड़ें।
* अपनी क्षमतानुसार इस मुद्रा में कुछ देर बने रहें।
* अब धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
* इस चक्र को दो से तीन बार किया जा सकता है।
5. पवनमुक्तासनकैसे करें :
*सबसे पहले एक समतल जगह पर योग मैट बिछा लें।
* अपनी पीठ के बल लेट जाएं और पैरों की बीच की दूरी को कम करें।
*अब गहरी सांस लें और पैरों को उठाकर घुटनों से मोड़ लें।
* अब आप अपनी बाहों से घुटनों को कस कर पकड़ लें।
* अब सांस छोड़ते हुए, घुटनोंं को सीने के पास लाने की कोशिश करें।
* अब सिर को उठाएं और घुटनों को ठोड़ी (Chin) से स्पर्श कराने का प्रयास करें।
* इस मुद्रा में कुछ देर रहें।
* अब धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
* इस योग चक्र को 3-5 बार किया जा सकता है