World Diabetes Day: दवा या टोटका नहीं ये है आयुर्वेद द्वारा बताए डायबिटीज से बचने के कारगर उपाय, कंट्रोल में रहेगा ब्लड शुगर लेवल

डायबिटीज यानी मधुमेह यह एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है। यह बीमारी इन दिनों लोगों के बीच तेजी से पैर पसार रही है। अगर एक बार किसी को ये बीमारी हो जाए तो ताउम्र उस व्यक्ति का पीछा नहीं छोड़ती। इस बीमारी की सबसे बड़ी वजह है खराब जीवनशैली। सामान्य शुगर का लेवल भोजन करने से पहले 100 से कम और खाना खाने के बाद 140 से कम होना चाहिए। यह रेंज से ज्यादा आ रहा है तो खानपान में परहेज और व्यायाम से इसे नियंत्रित कर सकते हैं। आयुर्वेद का भी कहना है कि अगर कोई व्यक्ति वक्त रहते अपने खानपान और जीवनशैली को सुधार लेता है तब वो डायबिटीज के खतरे से बच सकता है।

मौजूदा समय में लोगों के बीच दो तरह की डायबिटीज तेजी से फैल रही है। टाइप 1 डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकती है। यह बच्चों या युवाओं में पाया जाता है। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी होती है। टाइप 1 डायबिटीज के दौरान शरीर इंसुलिन बनाना बंद कर देता है। यानी शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन बनाने वाले अग्नाशय की कोशिकाओं पर हमला कर उन्हें खत्म कर देती है। टाइप 1 डायबिटीज कम उम्र में या जन्म से भी हो सकता है।

मोटापा, हाइपरटेंशन और खराब लाइफस्टाइल टाइप 2 डायबिटीज के मुख्य कारण है। इसमें शरीर में इंसुलिन कम मात्रा में बनता है। इसमें शरीर में या तो इंसुलिन कम बनता है या फिर शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति संवेदनशील नहीं होतीं। टाइप 2 डायबिटीज अधिकतर वयस्क लोगों में पाया जाता है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में कोई आयुर्वेदिक दवा या टोटके के बारे में नहीं बता रहे हैं बल्कि हम आपको उस पद्धति के बारे में बताएंगे जिसे अगर आपने अपनी जिंदगी में शामिल कर लिया तो फिर मधुमेह बीमारी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी और अगर आपको ये बीमारी नहीं है तो भी वो कभी आपको छू तक नहीं पाएगी।

बचने के लिए इस जूस का करें सेवन

मधुमेह से बचने की बात आए तो ऐसे में आयुर्वेदिक ड्रिंक्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। आयुर्वेदिक ड्रिंक्स कई प्रकार के फलों, सब्जियों और जड़ी बूटियों का मिश्रण होती हैं। आप आंवला, जामुन के बीज और करेला का जूस बनाकर सुबह-सुबह क पी सकते है। यह आपको डायबिटीज को बचाएगा साथ ही आपके पेट के लिए बहुत अच्छा साबित होगा। इसका सेवन पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है। इसका सेवन शरीर को ताकत भी पहुंचाता है लेकिन अगर आप मधुमेह या किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं तो इसके सेवन से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

डायबिटीज के रोगी हेल्दी डाइट करें फॉलो

अपनी खानपान की आदतों को सुधारकर आप डायबिटीज से लड़ सकते है। हेल्दी डाइट आपको ओवरऑल हेल्थ को फायदा पहुंचाती है। डायबिटीज की बीमारी में पीड़ित व्यक्ति को अपनी डाइट लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स के आधार पर बनानी होती है। ये एक तरह का डाइट प्लान है जिसमें ब्लड शुगर घटाने वाले खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है। इस डाइट प्लान में हाई फैट्स, कार्ब्स और शुगर वाले खाद्य पदार्थों को बाहर रखा जाता है और सेहत को फायदा पहुंचाने वाले फूड जैसे साबुत अनाज, सब्जियां, फल और बीज जैसी चीजों को रोजाना की डाइट में शामिल किया जाता है।

कसरत बेहद जरूरी

आर्युर्वेद का कहना है कि शारीरिक गतिविधि डायबिटीज के खतरे के साथ ही मोटापा, कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग समेत कई बीमारियों को बढ़ने से भी रोकती है। इसलिए डायबिटीज के रोगियों को 24 घंटे में एक घंटा नियमित तौर पर व्यायाम या कोई शारीरिक गतिविधि जरूर करनी चाहिए।

तनाव से दूर रहें

आजकल लोग काम और घर पर किसी ना किसी वजह से लगातार तनाव का शिकार हो रहे हैं। आयुर्वेद का कहना है कि डायबिटीज से बचने के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से फिट रहना बेहद जरूरी है जिसमें मेडिटेशन आपकी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन का बड़ा योगदान है। इसलिए डायबिटीज के रोगियों को अपनी लाइफस्टाइल में एक्सरसाइज को तो शामिल करना चाहिए साथ ही तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन को भी शामिल करना चाहिए। ये दोनों आदतें मिलकर आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करेंगी।