World Cancer Day 2022 : ये लोग रहें सतर्क क्योंकि इन्हें होता हैं कैंसर का ज्यादा खतरा!

दुनियाभर में कैंसर की बीमारी ने हाहाकार मचाया हुआ हैं जो कि कुल मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण बन गया है। आजकल देखा जाता हैं कि लोगों में कैंसर की बीमारी होना सामान्य हो गया हैं क्योंकि हेल्दी दिखने वाले लोग भी कैंसर की चपेट में आ रहे हैं। कैंसर में गांठ बनती हैं जो गैर जरूरी कोशिकाओं का गुच्छा होती है और इसके आकार में लगातार बढ़ोतरी होती रहती हैं। ऐसे में कई बार आपकी आदतें भी कैंसर का कारण बनती हैं। लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ही हर साल 4 फरवरी को World Cancer Day मनाया जाता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें कैंसर का ज्यादा खतरा होता हैं।

धूम्रपान और एल्कोहल का सेवन

जो लोग एल्कोहल लेते हैं या फिर धूम्रपान करते हैं, वे अधिक मामलों में कैंसर की चपेट में आते हैं। एल्कोहल का सेवन करने वाले लोग किसी भी उम्र में कैंसर की चपेट में आ सकते हैं। यानी ऐसे लोगों को कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है। जबकि अगर बुजुर्ग कम मात्रा में भी एल्कोहल लेते हैं, तो उनमें भी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

धूप में अधिक रहना

जो लोग धूप में अधिक समय बिताते हैं, उन्हें भी कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है। धूप में रहने वाले लोगों को त्वचा का कैंसर होने का जोखिम ज्यादा रहता है। इससे त्वचा जल्दी-जल्दी सनबर्न का शिकार हो जाती है।

असुरक्षित यौन संबंध

असुरक्षित यौन संबंध एड्स, हेपेटाइटिस के साथ ही कैंसर के जोखिम को भी बढ़ाता है। कैंसर से बचाव के लिए आपको असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचना होगा।

बुढ़ापे में होता है अधिक जोखिम

कोई भी बीमारी बुढ़ापे में बहुत जल्दी पकड़ लेती है। दरअसल, बुढ़ापे में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ जाती है। इससे बुजुर्गों को कई रोगों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं में से एक है कैंसर। कैंसर की असामान्य कोशिकाओं को बढ़ने में कई साल लगते हैं, यह वजह है कि अधिकतर बुजुर्गों में इस बीमारी को अधिक देखा जाता है। वैसे तो कैंसर हर आयु वर्ग के लोगों को हो सकता है, लेकिन बुजुर्ग की पकड़ में आ जाते हैं। इसके लिए जरूरी है आप समय-समय पर अपनी स्वास्थ्य जांच करवाते रहें।

मोटापा

मोटापा एक वैश्विक चुनौती है। यह कई प्रकार के कैंसर के बढ़ते खतरे से जुड़ी है। अधिक वजन वाले और मोटे लोगों में ब्रेस्ट और कोलोन कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। वजन बढ़ने से रोकना कैंसर के खतरों को कम हद तक कम कर देता है।

पारिवारिक इतिहास

जिन परिवारों में कैंसर का इतिहास रहा हो, वहा कैंसर होने का खतरा अधिक बना रहता है। हालांकि यह रोल बहुत बड़ा नहीं होता है, लेकिन फिर भी अगर परिवरा में कैंसर होता है, तो इसका म्यूटेशन अगली पीढ़ी में भी हो सकता है। इसके लिए आपको पहले से ही डॉक्टर से कंसल्ट करके रखना चाहिए।

क्रॉनिक हेल्थ प्रॉब्लम

जो लोग बार-बार बीमार रहते हैं, या जिनमें क्रॉनिक हेल्थ प्रॉब्लम्स होती हैं, उनमें कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रहे हैं, तो अपना पूरा ध्यान रखें। समय-समय पर डॉक्टर की सलाह पर कैंसर की जांच करवाते रहें।