World Cancer Day 2022 : कैंसर को हराने के बाद भी जरूरी हैं सही लाइफस्टाइल, खुद को रखें हेल्दी

वर्तमान समय में आबादी का एक बड़ा हिस्सा कैंसर की बीमारी का सामना कर रहा हैं और कई लोग इस बीमारी को हरा चुके हैं जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं। कैंसर का सामना करना कठिन है और जिसने इसे हरा दिया उसे अपनेआप ही खुद में आत्मविश्वास आ जाता हैं। लेकिन इस आत्मविश्वास के चक्कर में कई बार लोग गलती कर बैठते हैं और ठीक होने के बाद भी अन्हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करते हैं जो आपके लिए घातक साबित हो सकता हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे तरीके लेकर आए हैं जिन्हें कैंसर को हराने के बाद अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल किया जाना चाहिए ताकि आप खुद को हेल्दी रख सकें।

स्क्रीनिंग टेस्ट करवाए और नियमित चेकअप के लिए जाए

एक सर्वाइवर के रूप में डॉक्टरों से नियमित रूप से चेकअप करवाएं। उपचार के बाद के चेकअप के लिए जाने से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। ये विजिट्स न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए एक सर्वाइवर के रूप में महत्वपूर्ण हैं, बल्कि आपके स्वास्थ्य के बारे में किसी भी तरह की चिंता या सवाल का हल पाने की सबसे अच्छी जगह है। कैंसर के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट के अलावा हृदय रोग, मधुमेह और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम कारकों के लिए भी टेस्ट करवाना महत्वपूर्ण है।

मेडिटेशन का सहारा

कैंसर के इलाज के बाद मानसिक और मनोवैज्ञानिक रूप से खूब थकान होती है। किसी भी तरह की नकारात्मकता से बचने के लिए कैंसर सर्वाइवर्स को मेडिटेशन का सहारा लेना चाहिए। नियमित रूप से मेडिटेशन आपके दिलों-दिमाग को शांत रखेगा। इससे आप ऊर्जावान महसूस करेंगे। 10-15 मिनट अगर रोजाना मेडिटेशन किया तो उतने समय के लिए आप किसी भी तरह की सोच से दूर रहेंगे। हो सकता है कि पहले शुरुआत में इसमें सहज महसूस न करें। लेकिन अगर आप किसी करीबी को अपने साथ मेडिटेशन के लिए तैयार करते हैं तो ज्यादा बेहतर होगा। साथ ही अगर कहीं किसी ग्रुप मेडिटेशन का हिस्सा बनते हैं तो यह एक नई ऊर्जा दे सकता है।

नियमित रूप से व्यायाम करें

बहुत से लोगों के लिए अपने शेड्यूल के लिए व्यायाम शामिल करना कठिन हो जाता है। कैंसर सर्वाइवर्स के लिए यह मुश्किल हो सकता है लेकिन नियमित गतिविधि के फायदे से अच्छी तरह से फिट करने के लायक बनाते हैं, यहां तक कि उपचार के बीच में भी। यह न केवल सेहत को सुधारता है बल्कि मनोदशा में सुधार करता है और कैंसर से संबंधित थकान को दूर करने में मदद करता है। नियमित व्यायाम से पुनरावृत्ति का खतरा कम हो सकता है और अन्य पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। हर दिन कम से कम 30 मिनट की एरोबिक गतिविधि करने की कोशिश करें जैसे तेज चलना। उन गतिविधियों को चुनें जिनसे आपको आनंद मिले। कई चीजें व्यायाम के रूप में गिनी जाती हैं, जैसे चलना, बागवानी और डांस। रोजाना इसके लिए एक ही समय निर्धारित करके व्यायाम को एक आदत बनाएं। रात के खाने के बाद नियमित रूप से सैर करें।

स्वस्थ वजन बनाए रखें

कैंसर के उपचार के दुष्प्रभाव और जीवन की दिनचर्या में बदलाव बहुत तनाव पैदा कर सकता है और ऐसे में सर्वाइवर्स के लिए वजन को नियंत्रण में रखना कठिन हो सकता है। फिर भी एक स्वस्थ वजन बनाए रखना या कम से कम वजन नहीं बढ़ाना महत्वपूर्ण लक्ष्य होना चाहिए है। यह आपके स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।

स्मोकिंग न करें

अगर आप अभी भी स्मोकिंग कर रहे हैं तो सबसे पहला और अच्छा काम कर सकते हैं, वह है इसे छोड़ना। यह सेकंड कैंसर के साथ-साथ हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को कम करेगा। यह कठिन जरूर हो सकता है लेकिन यह असंभव नहीं। इसके लिए कोशिश करते रहें और जरूरत लगें तो हेल्थ केयर प्रोफेशनल की मदद ले सकते हैं। यदि आप स्मोकिंग धूम्रपान नहीं करते हैं तो भी सेंकड हैंड स्मोक से दूर रहें। यह उतना खतरनाक नहीं है जितना कि स्मोकिंग करना लेकिन लेकिन धुंआदार जगहों पर समय बिताना कैंसर के साथ-साथ हृदय रोग को भी बढ़ा सकता है।

हेल्दी डाइट लें

एक सर्वाइवर के रूप में, यह जानना कठिन हो सकता है कि आपको कैसे खाना चाहिए। स्वस्थ भोजन कैंसर से बचकर निकले लोगों के लिए वैसा ही है जैसा कि सभी के लिए है। एक स्वस्थ आहार वजन को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है और शरीर को इसके पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। फलों, सब्जियों और साबुत अनाज पर ध्यान देना चाहिए और रेड मीट को कम से कम रखना चाहिए। सैचुरेटेड और ट्रांस फैट में कमी करना और पॉलीअनसेचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड फैट को चुनना महत्वपूर्ण है। फलों और सब्जियों को हर भोजन का हिस्सा बनाएं। सब्जियों को नाश्ते के रूप में खाएं। रेड मीट की जगह चिकन, मछली या बीन्स चुनें। जैतून या कैनोला ऑयल से बनी डिशेज चुनें जिनमें हेल्दी फैट खूब हो। फास्ट फूड और स्टोर-खरीदी गई स्नैक्स जैसे कुकीज में कटौती करें। फूड पॉइजनिंग से बचने के लिए फूड सेफ्टी स्टेप्स फॉलो करें।

दोस्तों, परिवार और अन्य कैंसर सर्वाइवर्स से कनेक्ट रहें

दोस्तों, परिवार के करीब रहना और साथ ही उन लोगों के साथ जिन्होंने आपकी तरह कैंसर को मात दी हो बहुत जरूरी है क्योंकि यह आपको शक्ति देती है। एक सोशल नेटवर्क बनाए रखने से जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार हो सकता है। परिवार और दोस्तों का साथ मिलने पर कैंसर को लेकर आपकी मनोस्थिति में सुधार होगा। इसलिए इन रिश्तों को बनाए रखने के लिए कुछ प्रयास किए जा सकते हैं। दोस्तों या परिवार के साथ मिलने का सप्ताह में एक समय निर्धारित करें। कैंसर सर्वाइवर्स सपोर्ट ग्रुप में नियमित रूप से जाएं जो कि उन लोगों के साथ भावनाओं और चिंताओं को शेयर करने के लिए बढ़िया जगह हो सकता है। इसके लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें। सोशल मीडिया, रीयल-टाइम वीडियो और ईमेल परिवार, दोस्तों और अन्य सर्वाइवर्स से जुड़ने के बेहतरीन तरीके हैं।