थायराइड (Thyroid) तितली के आकार की ग्रंथि होती है। यह गर्दन के अंदर और कॉलरबोन के ठीक ऊपर स्थित होती है। थायराइड एक प्रकार की एंडोक्राइन ग्रंथि (नलिकाहीन ग्रन्थियां) है, जो हार्मोन बनाती है। आधुनिक समय में जीवनशैली में गड़बड़ी और गलत आदतों के चलते लोगों में थाइराइड की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। थाइराइड ग्लैंड में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाने के कारण यह समस्या होती है। थायरॉयड के मरीजों में वजन से संबंधित काफी समस्या देखी जाती है। वजन बढ़ना थायरॉयड हार्मोन के कम होने का संकेत देता है, जिसे हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) कहा जाता है और वहीं अगर थायरॉइड शरीर में बहुत ज्यादा हार्मोन बनाता है तो वजन बहुत ज्यादा कम होने लगता है। इसे हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) कहा जाता है।
हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति में मेटबॉलिज्म स्लो हो जाता है और इस कंडिशन वाले लोगों को वजन कम करने के लिए काफी मेहनत करनी होती है। स्टडी के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायरॉइड का खतरा दस गुना ज्यादा होता है। अगर आप भी थायरॉइड के कारण बढ़े हुए वजन को कम करना चाहते हैं तो नीचे बताए हुए तरीकों को अपना सकते हैं।
सिंपल कार्ब और शुगर न खाएं थायरॉइड वाले मरीजों को सिंपल कार्ब और शुगर नहीं खाना चाहिए। उन्हें कॉम्पलेक्स कार्ब जैसे स्टार्ची वेजिटेबल, फलियों का सेवन करना चाहिए और मीठी चीजों का सेवन बंद कर देना चाहिए। ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी के मुताबिक, हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ (जैसे सिंपल कार्ब और चीनी वाले फूड्स) शरीर में सूजन को बढ़ा सकते हैं। लंबे समय तक सूजन बने रहने से शरीर फूला हुआ दिखेगा और वजन भी कम नहीं होगा।
सूजन कम करने वाले फूड खाएं सूजन कम करने वाले फूड खाने से जोड़ों के दर्द को कम करने और सूजन को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही साथ एंटी-इंफ्लामेट्री फूड्स इम्यून सिस्टम को सही रखने में भी मदद करते हैं। एंटी-इंफ्लामेट्री फूड्स इम्यून सिस्टम और शरीर में आई सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। आप पत्तेदार हरी-सब्जियां, टमाटर, फैटी-मछली, ड्राईफ्रूट्स, फल और ऑलिव ऑयल का सेवन कर सकते हैं।
छोटी-छोटी मील लें थायरॉइड वाले लोगों को वजन कम करने के लिए छोटी-छोटी मील लेनी चाहिए। अगर मील छोटी ले रहे हैं तो हर 3-4 घंटे में खाएं। डाइट में प्रोटीन, हेल्दी फैट और कॉम्पलेक्स कार्ब वाले फूड्स खाएं। ये ब्लड शुगर को बैलेंस करेंगे और वजन कम करने में भी मदद करेंगे।
फूड डायरी तैयार करें आपने जो भी खाया है उसे डायरी में नोट करें। यह आपको बैलेंस डाइट लेने में मदद करेगी अगर कोई हाइपोथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) का मरीज है तो उसे फूड डायरी बनाने से उसे यह पता चल जाता है कि दिन भर में कितना प्रोटीन, फैट और कार्ब का सेवन किया है। डाइट में हमेशा हेल्दी फैट अधिक, प्रोटीन मीडियम और लो कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें।
फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं हेल्दी डाइट के साथ-साथ एक्सरसाइज पर भी ध्यान देना बेहद जरुरी है। एक्सरसाइज करने से एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न करने में मदद मिल सकती है। जिसे हाइपोथायरायडिज्म की शिकायत होती है, उसके लिए वजन कम करने में एक्सरसाइज काफी मदद कर सकती हैं। अगर कोई मरीज अच्छी डाइट ले रहा है और एक्सरसाइज कर रहा है तो उसे थायरॉइड में काफी मदद मिलेगी।
हाइपोथायराइड के लक्षण- अचानक वजन बढऩा
- शरीर और मांसपेशियों में दर्द
- अनियमित माहवारी
- प्रजनन की समस्या
- हृदय गति का अचानक कम हो जाना
- आई-ब्रो या भौहों के बाल झडऩा
- रूखी और बेजान त्वचा
- नाखूनों का खराब होना
- कब्ज या पेट की समस्या
- अचानक थकान होना, चिड़चिड़ापन आना, हांथों का कांपना
- सामान्य ठंड भी बर्दाश्त ना कर पाना
- चेहरे में सूजन