इस स्क्रीन युग में हम दिनभर स्मार्टफ़ोन, लैपटॉप, कम्प्यूटर, टीवी आदि के माध्यम से किसी न किसी तरह स्क्रीन को देखते रहते हैं। आपने महसूस किया होगा शाम तक आंखें बुरी तरह थक जाती हैं। आपकी आंखों की देखने की क्षमता पर भी फ़र्क़ पड़ता है। आइए हम आंखों की रोशनी तेज़ करने के कुछ घरेलू उपाय देखते हैं।
1. सुबह सूर्योदय से पहले, नियमित रूप से हरी घास पर 15-20 मिनट तक
नंगे पैर टहलें। घास पर ओस की नमी रहती है, जिसके चलते आंखों को ठंडक महसूस
होती है और तनाव से राहत भी। यदि आप नियमित रूप से यह करते हैं तो आंखों
की रोशनी भी बढ़ती है।
2. यह सलाह हमें बचपन से दी जाती रही
है कि सुबह उठकर मुंह में पानी भरकर, आंखें खोलकर आंखों में साफ़ पानी के
छीटें मारें। हममे से जो लोग इसे अपनाते हैं, उसका चमत्कारी फ़ायदा वही बता
सकते हैं। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है। चश्मे का नंबर कम होता है।
3.
पैरों के तलवे की सरसों के तेल से नियमित मालिश करें। नहाने से 10 मिनट
पहले पैरों के अंगूठों को सरसों के तेल से तर करने से आंखों की रोशनी लम्बे
समय तक अच्छी बनी रहती है।
4. आंखों की सेहत के लिए पालक,
पत्ता गोभी, हरी सब्जियां और पीले फल खाना अच्छा होता है। इनमें विटामिन ए,
सी और ई की प्रचुर मात्रा होती है। इसके अतिरिक्त पपीता, संतरा, नींबू आदि
के सेवन से भी आंखों की रोशनी बढ़ती है।
5. प्रातः खाली पेट
आधा चम्मच ताजा मक्खन, आधा चम्मच पिसी हुई मिश्री और 5 पिसी काली मिर्च
मिलाकर चाट लें, इसके बाद कच्चे नारियल की गिरी के 2-3 टुकड़े चबा-चबाकर
खाएं। ऊपर से थोड़ी सौंफ चबाकर खा लें। फिर दो घंटे तक कुछ भी न खाएं। 2 से 3
महीने में आपकी आंखों की रोशनी पर इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा।
6.
गाजर आंखों की रोशनी बढ़ाने में बड़ी कारगर है। प्रतिदिन 1-2 गाजर
चबा-चबाकर खाएं। यदि गाजर खाना पसंद न हो तो इसका रस निकालकर खाना खाने के
घंटेभर बाद पिएं।
7. 10 ग्राम इलाइची, 20 ग्राम सौंफ के
मिश्रण को महीन पीस लें। इस चूर्ण की एक चम्मच मात्रा नियमित रूप से दूध के
साथ पिएं। जल्द ही आप अंतर महसूस करेंगे।
8. आंखों की रोशनी
तेज़ करने के लिए अपनी डाइट में प्याज़ और लहसुन को ज़रूर शामिल करें।
इनमें सल्फ़र होता है, जो आंखों के लिए ऐंटी-ऑक्सीडेंट तैयार करता है। इससे
नेत्रों की ज्योति बढ़ती है।
9. सोया व इसके उत्पाद में
फ़ैट्स बहुत कम होता है व प्रोटीन अच्छी मात्रा में होती है। इसमें आंखों
के अच्छे स्वास्थ्य के लिहाज़ से ज़रूरी फ़ैटी एसिड, विटामिन ई व कई तत्व
होते हैं, जो बेहद फ़ायदेमंद होते हैं।
नोट : कोई भी नुस्ख़ा आज़माने से पहले किसी अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सक की राय ज़रूर ले लें।