आयुर्वेद में अनार को बहुत ही चमत्कारिक फल बताया गया है और यह भी बताया गया है कि इसके इस्तेमाल से कई सारी बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। केवल अनार का फल ही नहीं, बल्कि पूरा वृक्ष ही औषधीय गुणों से भरपूर होता है। जब अनार में इतनी खूबियां हैं, तो आप अनार के फायदे के बारे में जरूर जानना चाहेंगे। आइए जानते हैं कि अनार के फायदे क्या-क्या हैं :—
अनार के सेवन से एनीमिया और पीलिया में फायदा
- एनीमिया, और
पीलिया रोग के उपचार के लिए 250 मिली अनार के रस में, 750 ग्राम चीनी
मिलाकर चाशनी बना लें। इसे दिन में 3-4 बार सेवन करें। इससे एनीमिया और
पीलिया में फायदा होता है।
- अनेक लोगों को थकान और कमजोरी की
शिकायत रहती है। ऐसे लोग 20 ग्राम अनार के ताजे पत्ते लेकर, 400 मिली पानी
में उबाल लें। जब पानी 100 मिली शेष रह जाएं, तो इसमें गर्म दूध मिलाकर
पिएं। इससे शारीरिक और मानसिक कमजोरी ठीक होती है।
- एनीमिया और
पीलिया रोग से ग्रस्त लोग 3-6 ग्राम अनार के पत्ते को छाया में सुखा लें।
इस चूर्ण को सुबह गाय के दूध से बनी छाछ के साथ पिएं। इसी तरह शाम को इसी
छाछ के साथ पनीर का सेवन करें। इससे एनीमिया और पीलिया रोग में फायदा होता
है।
अनार के सेवन से दस्त पर रोक
- दस्त पर रोक
लगाने के लिए 2-3 ग्राम अनार के फल के छिल्के का चूर्ण बना लें। इसे
सुबह-शाम ताजे पानी के साथ पिएं। इससे दस्त में लाभ होता है।
- 1
ग्राम अनार की छाल (फल या जड़ की छाल) के चूर्ण में, बराबर मात्रा में
जायफल का चूर्ण, और 250 मिग्रा केशर को मिला लें। इसे पीसकर शहद के साथ
सेवन करें। दस्त पर रोक लगती है।
अनार का प्रयोग कर बच्चों के दस्त पर रोक
जिस
बच्चे को बार-बार दस्त की शिकायत होती है, उसके लिए अनार की ताजी कलियां
ले, इसे छोटी इलायची के बीज, और रुमीमस्तगी केक साथ पीस लें। इसमें चीनी
मिलाकर पेस्ट जैसा तैयार कर लें। इसे चटाने से बच्चों के दस्त और पेचिश में
विशेष लाभ होता है।
पेट में कीड़े होने पर करें अनार का सेवन
-
अनार के फायदे से पेट के कीड़ों को खत्म कर सकते हैं। इसके लिए 50 ग्राम
अनार की जड़ की छाल, पलाश बीज 6 ग्राम, और वायविडंग 10 ग्राम लें। सबको
कूटकर 1.25 लीटर पानी में धीमी आग पर पकाएं। जब पानी आधा रह जाए, तो उसे
उतारकर ठंडा करके छान लें। इसे 50 मिली की मात्रा में आधा-आधा घंटे के अंतर
से पिलाएं। इसके प्रयोग से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं।
- अनार
के पत्तों को छाया में सुखाकर महीन पीस लें। इसे छान लें। इसे 3-6 ग्राम की
मात्रा में सुबह छाछ के साथ, या ताजे पानी के साथ पिएं। इसके प्रयोग से
पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं।
- पेट के कीड़े को खत्म करने के लिए
10 ग्राम अनार के पेड़ की जड़ की छाल, 6 ग्राम वायविडंग और 6 ग्राम इद्र
जौ को कूटकर काढ़ा बना लें। इसका सेवन करने से पेट में कीड़े खत्म हो जाते
हैं।
- पेट में कीड़े से परेशान लोग ये तरीका भी आजमा सकते हैं। 20
ग्राम खट्टे अनार के छिलके, और 20 ग्राम शहतूत को 200 मिली पानी में उबाल
लें। इसे पिलाने से भी पेट के कीड़े खत्म होते हैं।
अनार का इस्तेमाल कर गंजेपन का इलाज
बालों
के झड़ने, या गंजेपन की समस्या में अनार के ताजे हरे पत्तों का रस लें।
इसमें 100 ग्राम अनार के पत्तों का पेस्ट, और आधा लीटर सरसों का तेल मिला
लें। इस तेल को पकाकर छान लें। इसे बालों पर लगाएं। इससे बालों का झड़ना
रुक जाता है, गंजेपन की समस्या दूर होती है।
चेहरे के दाग-धब्बों की परेशानी में अनार का प्रयोग
चेहरे
पर दाग-धब्बे होना एक आम समस्या है। अनेक लोग इससे परेशान रहते हैं।
पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को यह शिकायत अधिक रहती है। अगर आप भी चेहरे की
झाई से परेशान हैं, तो अनार के प्रयोग से फायदा ले सकते हैं। अनार के ताजे
हरे पत्तों के रस में 100 ग्राम अनार के पत्तों का पेस्ट और आधा लीटर
सरसों का तेल मिला लें। इस तेल को पकाकर छान लें। इस तेल से मालिश करने से
चेहरे की कील, झाई, और काले धब्बे ठीक होते हैं।
बच्चों को बार-बार प्यास लगती है तो कराएं अनार का सेवन
बच्चों
को बहुत अधिक प्यास लगती हो तो अनारदाना, जीरा, तथा नागकेशर को समान
मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में चीनी एवं मधु मिलाकर बच्चों
को चटाएं। इससे प्यास मिटती है।