प्याज़ हर रसोई का ज़रूरी हिस्सा होता है, फिर भी उसे उतना महत्व नहीं दिया जाता है, जितना कि देना चाहिए! जब आप प्याज़ को सही तरीक़े से अपनी डाइट में शामिल करते हैं, यह आपके शरीर को स्वास्थ्य संबंधी कई फ़ायदे और पोषण प्रदान करता है।
कच्चा प्याज़: रायते में खाएं
प्याज़ को आप किसी भी तरह से
खाएं, वह फ़ायदेमंद ही होता है, लेकिन कच्चे प्याज़ में सल्फ़र कम्पाउंड की
अतिरिक्त मात्रा होती है, जो सेहत को बढ़ाने का काम करता है। सल्फ़र
कॉन्टेंट में अमीनो एसिड होता है, जो शरीर में प्रोटीन के निर्माण और
सेलुलर हेल्थ को बढ़ावा देने का काम करता है। हालांकि कच्चे प्याज़ का
स्वाद थोड़ा तीख़ा होता है और कुछ लोगों के लिए उसे खा पाना थोड़ा मुश्क़िल
होता है, इसलिए आप उसे रायते में डालकर खाते हैं तो तीख़ेपन में कमी आ
जाती है। प्याज़ को छोटे टुकड़ों में काटकर दही में डालें और उसे धनिया से
गार्निश करें।
कैरेमलाइज़्ड करके सूप में डालें
कैरेमलाइज़्ड
करने से प्याज़ के पोषक तत्वों में कमी आ जाती है, लेकिन एक सच यह भी है
कि उसमें उचित मात्रा में ऐंटी-ऑक्सिडेंट, क्वेरसेटिन (एक ज़रूरी
फ़्लेवोनॉइड्स, जो कैंसर से बचाने का काम करता है) और फ़ाइटोकेमिकल्स शामिल
होते हैं। कैरेमलाइज़्ड प्याज़ का प्रमुख लाभ यह है कि यह स्वादिष्ट और
खाने के हिसाब से सेहतमंद पदार्थ है, जिसे शर्करा में पकाकर सुनहरा किया
जाता है।
सौंते करके करी में इस्तेमाल करें
भारत की
अधिकतर सब्ज़ियों और करी को तैयार करने के लिए सबसे प्याज़ को सौंते यानी
की भुना जाता है। उसके बाद बाक़ी सब्ज़ियों को उसमें डाला जाता है। प्याज़
उसमे बेस की तरह काम करता है। यह ना सिर्फ़ खाने में स्वाद जोड़ता है,
बल्कि दिल संबंधी रोगों से बचने और ब्लड प्रेशर को ठीक रखने में मदद करता
है। इसमें कैलोरी भी कम होती है।
भुने प्याज़ का सलाद
भुना
हुआ या ग्रिल्ड प्याज़ (छोटे प्याज़ इसके लिए अच्छे होते हैं) स्नैक की
तरह आदर्श विकल्प होते हैं या फिर उन्हें आप सलाद में भी इस्तेमाल कर सकते
हैं, क्योंकि उनमें सोडियम की मात्रा कम होती है। फ़ाइबर की मात्रा अधिक
होने के नाते ये पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। यह फ़ॉलिक एसिड में
भी बहुत समृद्ध होते हैं, जो कि विटामिन बी का एक ज़रूरी फ़ॉर्म है।
प्यूरी करें
मशहूर
नारियल और टमाटर की चटनी की वजह से लोग इस फ़्लेवर को नज़रअंदाज़ कर देते
हैं, लेकिन दक्षिण भारत में इसकी चटनी बहुत ही मन से खाई जाती है। आपको बस
इसे सामान्य तड़के के साथ पकाना है और अच्छी तरह से पीसकर तैयार करना है।
यदि आप एक्स्ट्रा स्वाद चाहते हैं उसमें लहसुन का प्रयोग करें। कहा जाता है
कि प्याज़ की चटनी में ऐंटी-बैक्टीरियल और इम्यूनिटी बुस्टर प्रॉपर्टीज़
पाई जाती हैं।