टाइफाइड के लक्षण दिखते ही आजमाए ये 6 घरेलू उपचार, जल्द होंगे रिकवर

वर्तमान समय में कई बीमारियां फैल रही हैं जिसमें से एक हैं टाइफाइड जो कि बैक्टीरियल इनफेक्शन की वजह से होता हैं। यह खासतौर से दूषित पानी या भोजन की वजह से व्यक्ति को शिकार बनाता हैं। यह मुख्य रूप से आंतों को प्रभावित करता है। इस दौरान तेज बुखार और शरीर में दर्द होता है। साथ ही भूख भी कम लगती है। टाइफाइड से रिकवर होने में काफी अधिक समय लग सकता है। ऐसे में समय रहते इनके लक्षणों को जान घरेलू उपचार करना शुरू कर दिया जाए तो जल्दी रिकवर होने में मदद मिलती हैं। तो आइये जानते हैं टाइफाइड के इन घरेलू उपचारों के बारे में...

लौंग का सेवन टाइफाइड में

लौंग भी टाइफाइड के बैक्टेरिया से लड़ने में मदद करती हैं। लौंग से बनने वाले एसेंशियल ऑयल में ऐसे एंटी बैक्टीरिया गुण होते हैं जो बैक्टीरिया से लड़ते हैं। इससे उल्टियां आना और जी मिचलाना बंद होता है। पानी में लॉन्ग डाल कर उसे उबाल लें और छान कर रोजाना दो कप पी लें।

टाइफाइड में लें तुलसी

तुलसी को काफी पवित्र माना जाता है और इसके अंदर एंटी बायोटिक और एंटी माइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं। उबले हुए पानी में तुलसी के पत्ते डाल दें और रोजाना तीन से चार ऐसे ही पानी को पिएं। इससे इम्यूनिटी बढ़ती है और पेट को भी राहत मिलती है। आप 4 से 5 तुलसी के पत्तों का पेस्ट भी बना सकते हैं। इस पेस्ट में काली मिर्च और केसर भी मिला सकते हैं और हर मील के साथ उसका सेवन कर सकते हैं।

एप्पल साइडर विनेगर का सेवन करें

एप्पल साइड विनेगर आपके शरीर में pH बैलेंस मेंटेन करने में मदद करता है। यह शरीर से गर्मी निकालता है इसलिए तापमान भी कम होता है। डायरिया होने के कारण शरीर से मिनरल्स के लॉस की भरपाई एप्पल साइडर विनेगर कर देता है। पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाएं और उसे पी जाएं।

फ्लूइड का सेवन अधिक करें

टाइफाइड के लक्षणों में अधिक उल्टियां हो सकती हैं जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। इससे आपके शरीर से समय समय पर टॉक्सिंस भी बाहर निकलते रहेंगे। पानी के अलावा आप जूस, नारियल पानी और सूप आदि का भी सेवन करते रहें।

टाइफाइड के दौरान लहसुन का सेवन

लहसुन में मौजूद एंटी माइक्रोबियल गुण टाइफाइड के बैक्टेरिया से लड़ कर उन्हें खत्म करने में सहायक होते हैं। लहसुन में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स रिकवरी को भी तेज करते हैं। यह इम्यूनिटी मजबूत करता है और आपके शरीर को डिटॉक्स करता है। सुबह उठ कर खाली पेट दो लहसुन की कलियां खाना भी फायदेमंद है। लेकिन गर्भवती महिलाओं और बच्चों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

केला भी है लाभदायक

अगर ज्यादा बुखार आ रहा है तो केला खाने से बुखार ठीक हो जायेगा और डायरिया के मरीजों के लिए भी केला खाना लाभदायक होता है। केले में पेक्टिन नाम का सॉल्युबल फाइबर होता है जो आपकी आंतों की फ्लूइड अब्जॉर्ब करने की क्षमता को बढ़ाता है। इसमें मौजूद पोटेशियम खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट को वापिस लाने में सहायता करता है। इसलिए केला खाना भी टाइफाइड में लाभदायक होता है।