हल्दी वाला दूध, जो औषधीय गुणों से भरपूर होता है, सर्दियों में अक्सर पीने की सलाह दी जाती है। यह नेचुरल ड्रिंक आपके इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करता है। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि सभी के लिए फायदेमंद हो, क्योंकि कुछ मामलों में यह हानिकारक भी साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कि किन लोगों को गोल्डन मिल्क अपनी डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
प्रेग्नेंसी में हल्दी वाला दूध न पिएंहल्दी का दूध तासीर में गर्म होता है, इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को इसे पीने से बचना चाहिए। अधिक हल्दी का सेवन पेट दर्द, जी मिचलाने और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसके अलावा, अगर हल्दी का सेवन ज्यादा किया जाए तो स्किन पर रैश और जलन जैसी समस्या भी हो सकती है।
गट हेल्थ पर पड़ सकता है बुरा असरहल्दी का अधिक सेवन आपकी गट हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। अगर आप पेट की समस्याओं से बचना चाहते हैं तो हल्दी वाले दूध का सेवन सीमित मात्रा में करें। ज्यादा हल्दी का सेवन उल्टी, दस्त या पेट में दर्द जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है।
लिवर से जुड़ी बीमारियों में सावधानी बरतेंजिन्हें लिवर से संबंधित कोई बीमारी है, उन्हें हल्दी वाला दूध पीने से परहेज करना चाहिए। हल्दी का अधिक सेवन शरीर में आयरन की कमी कर सकता है, जिससे लिवर पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
ब्लड प्रेशर के मरीजों को हल्दी वाले दूध से सावधानी बरतनी चाहिएहल्दी का सेवन रक्तचाप को प्रभावित कर सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनका ब्लड प्रेशर पहले से ही कम है। हल्दी का अधिक सेवन रक्तचाप को और भी कम कर सकता है, जिससे चक्कर आना, थकान और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे लोगों को हल्दी वाले दूध का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
किडनी से जुड़ी समस्याओं वाले लोग ध्यान रखेंजो लोग किडनी से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित हैं, उन्हें हल्दी वाले दूध का सेवन बहुत सावधानी से करना चाहिए। हल्दी में पाए जाने वाले कुछ तत्व, जैसे ऑक्सालेट्स, किडनी में पथरी का कारण बन सकते हैं। इसलिए, किडनी रोगियों को इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।