शरीर के संवेदनशील अंगों में से एक हैं कान जिसमें उठी कोई भी परेशानी बहुत पीड़ादायी होती हैं। देखा जाता हैं कि उम्र बढ़ने के साथ ही लोगो में बहरेपन की समस्या सामने आने लगती हैं। वहीँ युवाओं या बच्चों में भी कान के मध्य या भीतरी भाग में सूजन तथा फोड़े के कारण या कानों में जीव-जंतुओं के चले जाने से बहरापन आ सकता है। बहरेपन के कई कारण हो सकते है जिसमें बीमारियों के साइड इफ़ेक्ट भी शामिल हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं जो आपको इस बहरेपन की समस्या से निजात दिलाने में मददगार साबित होंगे। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
- सोंठ, गुड़ और घी खाने से कम सुनने में लाभ होता है और कान की सांय-सांय की आवाज़ भी बंद होती है।
- 4-5 बूंद सरसों का तेल कान में डालनेे से कम सुनाई पड़ने की शिकायत दूर हो जाती है।
- हर रोज़ एक ग्लास गर्म पानी में एक चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच शहद मिलाकर दो बार पीएं, इससे सुनने की क्षमता बढ़ेगी।
- सरसों के तेल में कुछ दाने धनिया के डालकर पकाएं। जब आधा रह जाए, तब इसे छानकर दो-दो बूंद कान में डालें। लाभ होगा।
- अदरक के रस और शहद में थोड़ा-सानमक मिलाकर 2-4 बूंद कान में डालें, अवश्य फ़ायदा करेगा।
- बहरेपन की स्थिति में नियमित रूप से दालचीनी का तेल रात को सोते समय कान में डालें। कुछ ही दिनों में लाभ होगा।
- लहसुन की 3-4 कलियां कूटी हुई, एक टेबलस्पून जैतून का तेल व आधा टीस्पून प्याज़ का रस लें। एक कप मेें जैतून का तेल डालकर उसमें प्याज़ का रस व लहसुन की कलियां डालकर अच्छी तरह से मिला लें। इस मिश्रण को दोनों कानों में 3-4 बूंद डालकर रूई से ढंक दें।
- सप्ताह में एक बार कानों में शुद्ध सरसों का तेल हल्का गुनगुना करके डालना फ़ायदेमंद होता है। इससे बहरापन दूर होता है।
- ताज़ा मूली का रस, सरसों का तेल और शहद तीनों बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह से मिला लें। इसकी दो से चार बूंद दिन में चार बार कान में डालने से श्रवण शक्ति बढ़ती है।
- बहरापन होने पर नियमित रूप से कुछ दिनों तक तुलसी के पत्तों का रस निकालकर हल्का गर्म करके कान में डालना चाहिए।
- अखरोट या कड़वे बादाम तेल की कुछ बूंदें कान में डालने से भी सुनने की क्षमता बढ़ती है।
- दूध में थोड़ा-सा हींग मिलाकर कान में कुछ बूंद डालने से फ़ायदा होता है।
- 25 ग्राम गुड़ में एक चम्मच सोंठ मिलाकर क़रीब चार महीने तक नियमित रूप से लेने से बहरेपन की शिकायत दूर होती है।
- बारीक़ पिसा हुआ सुहागा कान में डालकर उसके ऊपर 5-6 बूंद नींबू का रस डालने से कान के भीतर गैस उत्पन्न होगी और मैल फूलकर बाहर आ जाएगी। इससे कान का परदा साफ़ हो जाएगा और सुनाई देने लगेगा।