कहीं आप भी तो नहीं हुए इंटरनेट पर फ़ैल रहे मोटापा घटाने से जुड़े इन मिथक का शिकार

आज के समय में देखा जाता हैं कि जब भी व्यक्ति को किसी चीज के बारे में जानने की जरूरत होती हैं वह इंटरनेट का इस्तेमाल करता हैं। हांलाकि यह एक अच्छा तरीका हैं लेकिन यह जानना भी जरूरी हैं कि जो जानकारी आप प्राप्त कर रहे हैं वह सही हैं या नहीं। ऐसा ही कुछ होता हैं मोटापा घटाने से जुड़ी जानकारी के साथ। इंटरनेट पर मोटापा घटाने से जुड़े कुछ मिथक फ़ैल रहे हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं मिथक से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं जिनसे आपको बचकर रहना हैं।

कार्बोहाइड्रेट से बचना चाहिए

वजन घटाने के लिए आमतौर पर कार्बोहाइड्रेट से बचने की सलाह दी जाती है। कार्बोहाइड्रेट संतुलित आहार का एक जरूरी हिस्सा है। यह शरीर और मस्तिष्क को एनर्जी प्रदान करता है। इसमें डायटरी फाइबर होता है जो पाचन में मदद करता है।

कुछ फूड्स मेटाबोलिज्म बढ़ाते हैं

कहा जाता है कि मेटाबोलिज्म बढ़ने से कैलोरी तेजी से बर्न होती है और वजन घटता है। इसलिए लोग ग्रीन टी और प्रोटीन से भरपूर फूड का सेवन करते हैं। दरअसल, इन चीजों से मेटाबोलिज्म सिर्फ कुछ ही घंटों तक बढ़ता है। इसके लिए पर्याप्त एनर्जी की जरूरत होती है। ऊर्जा घटने के बाद मेटाबोलिज्म दोबारा धीमा हो जाता है।

बॉडी को डिटॉक्स करना जरूरी है

वजन घटाने के लिए लोग शरीर को डिटॉक्स करना जरूरी मानते हैं। इसके लिए लोग कई तरह के जूस का सेवन करते हैं। जूस में प्रोटीन की मात्रा कम पाई जाती है। इसलिए शरीर को हार्मोन, एंजाइम बनाने और न्यूरोट्रांसमीटर के लिए मांसपेशियों को तोड़ना पड़ता है।

फैट हानिकारक होता है

माना जाता है कि वजन घटाने के लिए फैट से परहेज करना चाहिए। लेकिन सभी तरह के फैट हानिकारक नहीं होते हैं। मोटापे से बचने के लिए ट्रांस फैट का सेवन नहीं करना चाहिए। हेल्दी फैट शरीर में विटामिन-ए, डी, के और विटामिन-ई के अवशोषण में मदद करते हैं। साथ ही यह हार्मोन बनाने के लिए भी आवश्यक है। सालमन और मैकरेल मछली, अखरोट, बादाम, चिया और फ्लैक्स सीड में हेल्दी फैट पाया जाता है।

वजन घटाने में समय नहीं लगता

वजन कम करना बहुत आसान काम नहीं है। तेजी से वजन घटाने के लिए डाइट के बजाय सबसे पहले लाइफस्टाइल में बदलाव करना बेहद जरूरी है। बॉडी को एडजस्ट करने में थोड़ा समय लगता है। इसलिए वजन घटाने के लिए धैर्य की आवश्यकता होती है।