इन 5 जूस को दिनचर्या में शामिल कर ब्लड प्रेशर करें नियंत्रित, दिल भी रहेगा दुरुस्त

वर्तमान समय में कई बीमारियां पैर पसार रही हैं जिनका कारण कई बार हाई ब्लड प्रेशर भी बनता हैं। जी हां, हाई ब्लड प्रेशर की वजह से डायबिटीज, स्ट्रोक, हृदय रोग, किडनी आदि से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ने लगती हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं। ऐसे में बेहद जरूरी हैं कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखा जाए। इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव किया जाए। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे जूस के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिन्हें दिनचर्या में शामिल कर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता हैं और दिल को भी दुरुस्त रखने में मदद मिलेगी।

गुड़हल के फूलों का जूस

न्यूट्रीशन जर्नल में एक अध्ययन के अनुसार, हिबिस्कस यानी कि गुड़हल के फूल का जूस ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि हिबिस्कस चाय में एंथोसायनिन और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो कि संकीर्ण ब्लड वेसेल्स को ठीक करते हैं। इस तरह ये ब्लड प्रेशर को ठीक करने में मदद करते हैं।

चुकंदर का जूस

चुकंदर स्वास्थ्य के लिए कई मायनों में फायदेमंद है। चुकंदर कम कैलोरी वाली सब्जियों में आता है, जिसमें कि स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले विटामिन, खनिज, और पौधों के यौगिक होते हैं, जो कि लो ब्लड प्रेशर तक को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। वहीं एक स्टडी की मानें, तो चुकंदर का जूस हाई ब्लड प्रेशर को भी मैनेज करने में मदद कर सकता है। हालांकि, कच्चे चुकंदर के रस का रक्तचाप पर अधिक प्रभाव पड़ता है। दरअसल ये नाइट्रेट्स में समृद्ध होते हैं, जो कि एक ऐसा यौगिक है, जो रक्तचाप को कम करने वाले प्रभावों के लिए जाना जाता है।

नारियल पानी

नारियल का पानी ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है। नारियल पानी पीने से बॉडी टेंप्रेचर को बैलेंस करने में मदद मिलती है। द वेस्ट इंडियन मेडिकल जर्नल में 2005 में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जब नारियल का पानी उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगियों को दो सप्ताह के लिए दिया जाता था, तो सिस्टोलिक रक्तचाप 71% कम था और सादे पानी पीने वालों की तुलना में डायस्टोलिक रक्तचाप 29% कम हो गया था। नारियल पानी की रक्तचाप कम करने की क्षमता इसकी उच्च पोटेशियम सामग्री के कारण भी है, जो कि शरीर में सोडियम के प्रभाव को करने में भी मदद करते हैं।

अनार का जूस

अनार न केवल फोलेट और विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है, बल्कि इनमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी हैं। वहीं अनार का रस हृदय-स्वस्थ को ठीक रखने के लिए भी जाना जाता है। 2016 की एक समीक्षा में पाया गया कि अनार के रस का सेवन करने से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दोनों रक्तचाप कम हो सकते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि डायस्टोलिक रक्तचाप को कम करने के लिए 240 मिलीलीटर अनार का जूस भी काफी होता है।

टमाटर का जूस

टमाटर यूं तो विटामिन-सी का एक मुख्य सोर्स है, पर ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में भी मददगार है। दरअसल रोजाना सिर्फ एक गिलास टमाटर का जूस पीने से दिल की सेहत को बढ़ावा मिल सकता है। 2019 के एक अध्ययन में, जापानी शोधकर्ताओं ने हृदय रोग के जोखिम वाले कारकों के बीच प्रति दिन औसतन एक कप टमाटर का रस पीने के प्रभावों का मूल्यांकन किया। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि टमाटर का रस सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दोनों रक्तचाप में सुधार करता है, साथ ही साथ एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करता है। वहीं ये अनावश्यक सोडियम से बचने के लिए, जूसिंग का एक सरल उपाय हो सकता है। तो अपने घर ही ताजे टमाटर का जूस बनाएं और हर दिन इसका सेवन करें।