अनिद्रा यानी दिनभर थकान, उनींदापन, चिड़चिड़ाहट...इन कारणों से उड़ जाती है नींद, ये हैं उपाय

नींद नहीं आना, अनिद्रा के कई कारण हो सकते हैं। सुबह बिस्तर से उठने के बाद यदि फ्रेश व तरोताजा महसूस नहीं करते हो। दिनभर थकान, उनींदापन और चिड़चिड़ाहट रहती हो। रात को सोने के लिए लेटने पर नींद नहीं आती हो। थके हुए होने के बावजूद सो नहीं पाते हों। रात को नींद खुल जाए तो फिर दुबारा सोने में मुश्किल होती हो।

न चाहते हुए भी सुबह बहुत जल्दी नींद खुल जाती हो और ये लगातार कुछ दिन, कुछ सप्ताह या लम्बे समय तक हो तो आप अनिद्रा रोग के शिकार हो सकते हैं। इसे ठीक किया जा सकता है। अच्छी नींद आना आवश्यक होता है क्योंकि इससे थकान दूर होकर शरीर ऊर्जा, शक्ति और ताकत से भर जाता है। आप तरोताजा होकर नए दिन की शुरुआत जोश के साथ कर पाते हैं। इससे याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) में सुधार होता है।


नींद नहीं आने की वजह

अनिद्रा की समस्या ज्यादातर मानसिक तनाव यानि टेंशन, खाने-पीने की गलत आदतें व शारीरिक गतिविधि कम होने के कारण होती है। किसी रोग या बीमारी के कारण बहुत प्रभावित होती है। अस्थमा, एलर्जी, एसीडिटी, थाइरॉयड, गुर्दे की परेशानी, कैंसर आदि के कारण भी अनिद्रा हो सकती है। पेट में कीड़े होना नींद में रुकावट का कारण बन सकता है। एलर्जी, अस्थमा या लगातार जुकाम आदि का कारण घरों में पाए जाने वाले डस्ट माइट हो सकते हैं।


कुछ दवाएं भी नींद में खलल डाल सकती है। दिन में ज्यादा देर तक सोने से भी रात को नींद आने में दिक्कत होती है। नींद पूरी नहीं होने पर शरीर की शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक थकान नहीं मिट पाती। जिसके कारण शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है और कई तरह की बीमारी के रूप में परिणाम सामने आने लगते हैं। सोने के लिए बिस्तर पर लेटे हुए भविष्य की चिंता, नकारात्मक विचार, डर या कोई अन्य कोई चिंता या विचार दिमाग में होने से शरीर में फुर्ती पैदा करने वाला हार्मोन एड्रेनलिन बनता है जो सोने नहीं देता।


इसका समाधान कुछ लोग शराब, चाय, कॉफी, सिगरेट, पान-मसाला आदि से करने की कोशिश करते हैं, लेकिन ये नशे की चीजें विपरीत असर पैदा करके समस्या को बढ़ा देती हैं। रात के समय ज्यादा मसालेदार खाना, फास्ट फूड, मैदा से बने या तले हुए सामान, देर से पचने वाला खाना आदि पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं। ऐसा खाना पेट में गैस, दर्द, जलन, एसिडिटी आदि पैदा करता है जिसकी वजह से नींद नहीं आती।


शारीरिक गतिविधि के कम होने से भी नींद नहीं आती क्योंकि शरीर थकता नहीं है तो उसे आराम की आवश्यकता महसूस नहीं होती। ये भी नींद न आने का कारण बन सकता है। सीखकर थोड़ी एक्सरसाइज या योगासन आदि जरूर करने चाहिए। एक्सरसाइज सावधानी से शुरू करनी चाहिए। गहरी अच्छी नींद के लिए शांति और सुकून बहुत आवश्यक है। चिंता, फिक्र, गुस्सा, लोभ, जलन, असंतोष आदि सुकून छीन लेते है। आँखों के नीचे काले घेरे बन जाते हैं। अतः इनसे बचना चाहिए। कपालभाती व अनुलोम विलोम प्राणायाम और ध्यान से मानसिक शांति मिलती है जो अच्छी नींद लाने में बहुत सहायक होते हैं। अतः इनका अभ्यास करने से अच्छी नींद आ सकती है।