पिछले कुछ समय से लगातार हृदय रोगों के मामले सामने आ रहे हैं और हार्ट अटैक से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा हैं। कई बार इन हृदय रोगों का कारण बढ़ता कोलेस्ट्रॉल बनता हैं। बैड कोलेस्ट्रॉल से ब्लड वेसेल्स में प्लेक जमा होने लगता है जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण ज्यादातर समझ में नहीं आते हैं जिसकी वजह से इसे साइलेंट किलर का नाम भी दिया गया है। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के उन संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो दिखाई दें तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आइये जानते हैं उन संकेतों के बारे में जो बताते हैं कि आपके शरीर में बढ़ गया है कोलेस्ट्रॉल का स्तर...
तलवों का ठंडा रहनाएक रिपोर्ट के अनुसार, आपके पैर और तलवे हमेशा ठंडे रहते हैं, तो ये हाई कोलेस्ट्रॉल के संकेत हो सकते हैं। कुछ लोगों के तलवे गर्मी या हर मौसम में ठंडे रहते हैं, ऐसे लोगों को डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करना चाहिए। वैसे ज़रूरी नहीं कि ये उच्च कोलेस्ट्रॉल लेवल की समस्या हो, ठंडे तलवे कई अन्य समस्याओं में हो सकते हैं। बेहतर है कि डॉक्टर से जांच कराएं, कोलेस्ट्रॉल लेवल का टेस्ट करा लें।
आंखों की कॉर्निया के बाहरी हिस्से में उभार स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से आंखों में भी संकेत मिलते हैं। बताया जाता है कि हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को आंखों की कॉर्निया के बाहरी हिस्से में ऊपर या नीचे नीले या सफेद रंग की गुंबद जैसा कुछ दिखाई देता है तो उन्हें कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच करा लेनी चाहिए।
पैरों में क्रैम्प होनारात में सोते समय आपको यदि बार-बार पैरों में क्रैम्प हो, तो इसे इग्नोर ना करें। यह हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण भी हो सकता है। इससे लोअर लिंब्स की आर्टरीज को नुकसान पहुंचता है। यह समस्या रात में अधिक गंभीर हो जाती है, जिससे नींद नहीं आती है। तलवों, एड़ियों, उंगलियों, पैरों की मांसपेशियों में क्रैम्प हो सकता है। पैर को बिस्तर से लटका कर रखना या बैठने से क्रैम्प से राहत पा सकते हैं। यह गुरुत्वाकर्षण को पैरों में रक्त के प्रवाह में सहायता करता है।
हाथ में उठा दर्द बताया जाता है कि बॉडी में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से कई बार लोगों को हाथों में दर्द हो सकता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से धमनियों के अंदर की परत में वसा जमा हो जाता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है। इसके कारण लोगों हाथों में दर्द की परेशानी होने लगती है।
पसीना आना आमतौर पर सभी कों पसीना आता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पसीना आना हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण हो सकता है। आपको ब्लड टेस्ट कराकर एक बार कोलेस्ट्रॉल की पहचान करा लेनी चाहिए।
स्किन के रंग में बदलाव कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के मुख्य संकेतों में त्वचा में बदलाव होना भी शामिल है। अगर आपको स्किन के रंग का बदलना नजर आए तो इसे इग्नोर न करें। आंखों के नीचे, हथेलियों और पैर के निचले हिस्से में नारंगी या पीला रंग दिखे तो कॉलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करें।
पैरों में दर्द रहनायदि आपको कुछ दिनों से लगातार पैरों में दर्द रहता है, तो इसे भी नज़रअंदाज़ ना करें। जब पैरों की धमनियों में रुकावट पैदा होगी, तो ऑक्सीजन से भरपूर आवश्यक मात्रा में खून शरीर के निचले भाग में नहीं पहुंच पाता। इससे पैरों में भारीपन और थकान महसूस हो सकती है। हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर कुछ लोग पैरों में जलन के साथ दर्द होने की भी शिकायत करते हैं।
अचानक वजन बढ़ना शरीर के जरूरत से ज्यादा वजन बढ़ने पर कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा भी सिर पर मंडराता रहता है। अगर आपका वजन अचानक से बढ़ने लगा है तो आपको हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए ब्लड टेस्ट करा लेना चाहिए।