कोरोना से फिर बचना है तो इन 5 गाइडलाइंस को दोबारा याद कीजिए, तभी सुरक्षित रहेगा पूरा परिवार

स्कूल से लौटते समय बेटे ने मां से मासूमियत से पूछा, “क्या अब फिर से मास्क पहनना पड़ेगा?” मां कुछ पल के लिए चुप रह गई। फिर जैसे उसे वो दिन याद आने लगे जब हर बार बाहर निकलने से पहले मास्क पहनना, हाथ सैनिटाइज करना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य हुआ करता था। अब जबकि कोविड-19 की रफ्तार एक बार फिर धीरे-धीरे तेज हो रही है, यह सवाल हर घर के किसी न किसी कोने में सुनाई देने लगा है—“क्या हमें फिर से सचेत होने की जरूरत है?” यह बात सही है कि हमने कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया है, लेकिन अब भी ज़रा सी लापरवाही बड़ी मुश्किल का कारण बन सकती है। ऐसे समय में ज़रूरत है कि हम कोरोना से जुड़ी उन पांच अहम गाइडलाइंस को फिर से याद करें और पालन करें, ताकि न सिर्फ हम स्वयं सुरक्षित रहें, बल्कि हमारे घर का हर सदस्य भी पूरी तरह से सेफ रहे।

1. मास्क पहनना फिर से अपनाएं अपनी दिनचर्या में

अब जब लोग दोबारा भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे मार्केट, मॉल्स और सार्वजनिक आयोजनों में हिस्सा लेने लगे हैं, मास्क पहनना फिर से हमारी जिम्मेदारी बन जाती है। मास्क न केवल आपको संक्रमित होने से बचाता है, बल्कि आपके संपर्क में आने वाले बुजुर्गों, बच्चों और कमजोर लोगों को भी सुरक्षित रखता है। यह एक आसान और असरदार तरीका है संक्रमण से दूरी बनाए रखने का।

2. हाथ धोने और स्वच्छता की आदत को बनाए रखें बरकरार

चाहे कोरोना के मामले कम क्यों न हो गए हों, लेकिन हाथों की साफ-सफाई को नज़रअंदाज करना एक बड़ी भूल हो सकती है। हर बार बाहर से लौटने पर, खाना खाने से पहले और किसी सतह को छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन या सैनिटाइज़र से साफ करना एक ज़रूरी आदत होनी चाहिए। यही एक छोटी सी सतर्कता कई बड़ी समस्याओं से बचा सकती है।

3. सोशल डिस्टेंसिंग को दोबारा अपनाएं जीवनशैली में

चाहे आप रेस्टोरेंट में हों, बाजार में या फिर दफ्तर में—भीड़भाड़ से यथासंभव दूरी बनाकर रखें। सामाजिक दूरी बनाए रखने की यह सरल सी आदत संक्रमण की चैन तोड़ने में बेहद मददगार साबित होती है। दूसरों से थोड़ी दूरी बनाकर चलना, आज भी एक सुरक्षित और समझदारी भरा कदम है।

4. खांसी-जुकाम जैसे लक्षणों को न करें अनदेखा

यदि किसी व्यक्ति में खांसी, सर्दी, गले में खराश या बुखार जैसे लक्षण दिखाई दें, तो सबसे पहले उसे खुद को घर में आइसोलेट करना चाहिए। डॉक्टर से सलाह लेना और दूसरों से दूरी बनाए रखना इस स्थिति में अत्यंत आवश्यक है। यह ना सिर्फ आपकी भलाई है, बल्कि आपके आस-पास के लोगों की सुरक्षा भी आपकी जिम्मेदारी है।

5. बूस्टर डोज लगवाना न भूलें, ये अब भी ज़रूरी है

जिन लोगों ने अभी तक बूस्टर डोज नहीं लगवाई है, या जिन बच्चों का टीकाकरण अधूरा है, उनके लिए यह समय बहुत अहम है। वैक्सीनेशन न सिर्फ संक्रमण को फैलने से रोकता है, बल्कि संक्रमण के बाद उसके गंभीर प्रभावों से भी काफी हद तक बचाता है। यह आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए एक अहम कवच है।