HIV से पूरी सुरक्षा नहीं? जानिए कंडोम इस्तेमाल के बावजूद कब बढ़ सकता है संक्रमण का खतरा

मैंने तो कंडोम यूज़ किया था, फिर भी डर लग रहा है — यह चिंता कई लोगों के मन में घर कर जाती है, खासकर जब बात एचआईवी (HIV) जैसे गंभीर संक्रमण की हो। सेक्स के दौरान सुरक्षा का सबसे बड़ा हथियार माने जाने वाले कंडोम पर अधिकतर लोग भरोसा करते हैं, लेकिन क्या यह संक्रमण से 100% सुरक्षा की गारंटी देता है?

कंडोम क्यों इस्तेमाल किया जाता है?

कंडोम का उपयोग न सिर्फ अनचाही प्रेगनेंसी को रोकने के लिए किया जाता है, बल्कि यह सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन्स (STIs) से बचाव का एक अहम जरिया भी है। लेकिन सवाल है — क्या कंडोम HIV को पूरी तरह रोक सकता है?

क्या कंडोम इस्तेमाल करने के बावजूद HIV हो सकता है?

जब कंडोम को सही तरीके से और हर बार इस्तेमाल किया जाता है, तब यह HIV से बचाव का बहुत प्रभावशाली तरीका है। लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में रिस्क बना रहता है।

वो स्थितियाँ जब HIV संक्रमण का खतरा बना रहता है:

1. कंडोम का फटना या फिसलना

यदि सेक्स के दौरान कंडोम फट जाए या फिसल जाए, तो पार्टनर्स के शरीर के तरल पदार्थ एक-दूसरे के संपर्क में आ सकते हैं। इससे HIV या अन्य यौन संक्रमणों के फैलने की संभावना बढ़ जाती है। यह समस्या आमतौर पर तब होती है जब कंडोम ठीक से नहीं पहना गया हो, सेक्स के दौरान अत्यधिक रगड़ हो या पर्याप्त लुब्रिकेशन न हो। इसलिए हमेशा कंडोम को ठीक से पहनना और सेक्स के पूरे समय तक उसका सही स्थान पर बने रहना जरूरी है।

2. गलत तरीके से उपयोग


कई लोग कंडोम को सेक्स शुरू होने के बाद पहनते हैं, लेकिन शुरुआत में भी प्री-इजैक्युलेट (pre-ejaculate) के जरिए HIV का संक्रमण हो सकता है। इसी तरह, सेक्स खत्म होने के बाद कंडोम को जल्दी और लापरवाही से निकालना भी रिस्क पैदा करता है क्योंकि इस दौरान सीमन या रक्त लीक हो सकता है। कंडोम का सही उपयोग तभी माना जाता है जब उसे सेक्स की शुरुआत से अंत तक ठीक तरीके से पहना और निकाला जाए।

3. तेल या लोशन का उपयोग

अगर आप तेल आधारित उत्पाद जैसे नारियल तेल, पेट्रोलियम जेली, या बेबी ऑयल का इस्तेमाल करते हैं, तो यह लेटेक्स कंडोम की सतह को कमजोर बना देता है। इससे कंडोम के फटने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। लेटेक्स कंडोम के साथ केवल वाटर-बेस्ड या सिलिकॉन-बेस्ड लुब्रिकेंट्स का ही उपयोग करना चाहिए, ताकि कंडोम की मजबूती बनी रहे और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

4. खराब क्वालिटी या एक्सपायर्ड कंडोम

सस्ते या लोकल ब्रांड्स के कंडोम की निर्माण प्रक्रिया और सामग्री की गुणवत्ता संदिग्ध हो सकती है, जिससे वे आसानी से फट सकते हैं या सेक्स के दौरान फिसल सकते हैं। इसी तरह, एक्सपायर्ड कंडोम की रबर की क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे उसमें दरारें आ सकती हैं या वह पूरी तरह फट सकता है। उपयोग से पहले हमेशा कंडोम की पैकेजिंग की तारीख जांचें और IS/ISO सर्टिफिकेशन वाला ब्रांडेड कंडोम ही चुनें।

HIV से बचने के लिए क्या करें?

- हमेशा ब्रांडेड और वैध (valid expiry) कंडोम का इस्तेमाल करें।
- सेक्स से पहले ही कंडोम पहनें और खत्म होने के बाद ध्यान से निकालें।
- वाटर-बेस्ड लुब्रिकेंट्स का ही इस्तेमाल करें।
- कभी भी रिस्क महसूस हो तो डॉक्टर से मिलें, HIV टेस्ट कराएं या PEP ट्रीटमेंट (Post-Exposure Prophylaxis) की जानकारी लें।

कंडोम HIV से अच्छा बचाव देता है, लेकिन यह पूर्ण सुरक्षा की गारंटी नहीं है। इसलिए सिर्फ कंडोम पर निर्भर न रहें। सही जानकारी, सावधानीपूर्वक व्यवहार और समय-समय पर मेडिकल जांच भी उतनी ही जरूरी हैं।

सुरक्षा का मतलब सिर्फ साधन नहीं, समझदारी और सजगता भी है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।