नींद सभी को प्यारी होती हैं और जरूरत भी। दिनभर काम करने के बाद इंसान को 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए जिससे मस्तिष्क और शरीर को आराम मिलता हैं। लेकिन कई लोग रात में अपना समय मोबाइल पर गुजार देते हैं या काम में व्यस्तता के चलते पूरी नींद नहीं ले पाते हैं। अपनी नींद के साथ किया गया यह खिलवाड़ आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता हैं। नींद की कमी आपकी मानसिक क्षमताओं को खत्म कर देता है और आपके शारीरिक स्वास्थ्य को जोखिम में डालने का काम करता है। विज्ञान ने नींद की कमी को कई स्वास्थ्य समस्याओं से जोड़ा है। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि नींद ना ले पाने की वजह से आपको किन बीमारियों का सामना करना पड़ सकता हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
बढ़ सकता हैं ब्लड प्रेशर नींद की समस्या होने का मतलब है कि आपका रक्तचाप लंबे समय तक अधिक बना रहता है। उच्च रक्तचाप हृदय रोग और स्ट्रोक के प्रमुख जोखिमों में से एक है।
होता हैं तनाव, गुस्सा और डिप्रेशननींद पूरी नहीं होने से दिमाग को आराम नहीं मिल पाता और वो हर वक्त चलता रहता है। इसके कारण स्ट्रेस बढ़ता है। तनाव की स्थिति में कभी कोई काम ठीक से नहीं हो पाता। ऐसे में गुस्सा, इरिटेशन और डिप्रेशन जैसी दिक्कतें होना शुरू हो जाती हैं।
इम्यूनिटी होती है कमजोरनींद की कमी आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करने का काम करता है। यदि आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो आपका शरीर बीमारियों और इंफेक्शन को रोकने में सक्षम नहीं होता है। जिससे आप जल्दी और ज्यादा दिन तक बीमारियों के चपेट में आ सकते हैं।
बनता है अनहेल्दी हार्ट का कारणनींद आपके दिल को हेल्दी के रखने के लिए बहुत जरूरी है। हाल के वर्षों में नींद संबंधी विकारों को स्वास्थ्य कारकों के रूप में पहचाना गया है जो हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, हार्ट से संबंधित बीमारी और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाने का काम करते हैं।
मानसिक स्थिति पर पड़ता हैं असरकम सोने का सीधा असर हमारी मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है। जितनी देर हम सोते हैं उतनी देर में हमारा दिमाग भी एक नई ऊर्जा जुटा लेता है। लेकिन नींद पूरी नहीं होने पर दिमाग तरोताजा नहीं हो पाता, जिसके चलते कई मानसिक समस्याएं हो जाती हैं और कई बार याददाश्त से जुड़ी परेशानी भी हो जाती है।
बढ़ता है डायबिटीज का खतरा डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके कारण आपके ब्लड में ज्यादा शुगर का निर्माण होता है, एक ऐसी स्थिति जो आपकी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि पर्याप्त अच्छी नींद लेने से लोगों को ब्लड शुगर के नियंत्रण में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
बढ़ती हैं हार्मोनल समस्याएं आजकल महिलाओं में थायरॉयड, पीसीओडी जैसी कई हार्मोनल परेशानियां का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इसकी बड़ी वजह स्ट्रेस है। नींद की कमी से भी स्ट्रेस बढ़ता है और ये तनाव कई समस्याओं की वजह बनता है। इसकी वजह से हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं और महिलाओं में चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग, पीरियड की अनियमितता, मोटापा जैसी परेशानियां हो जाती हैं। ये परेशानियां अन्य बीमारियों को न्योता देती हैं।
बढ़ता हैं कैंसर का खतरा कई शोधों में ये बात सामने आई है कि कम नींद लेने की वजह से ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही शरीर में कोशिकाओं को भी काफी नुकसान होता है।
यौन क्षमता होती है प्रभावितनींद की कमी महिलाओं में कम यौन इच्छा और उत्तेजना से जुड़ी हुई है। नींद की कमी और बाधित नींद को भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन के उच्च जोखिम से जोड़ा गया है।