इमली को देखते ही सभी को अपना बचपन याद आ जाता हैं जहां स्कूल से लौटते समय चटपटी इमली खाना सभी पसंद करते थे। आज भी कई लोग इमली का सेवन रोजाना करते हैं और भोजन में खट्टापन लाने के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चटपटी इमली का चटकारा आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता हैं। इमली में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल भी मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को दूर तो करती हैं लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा से ज्यादा सेवन नुकसानदायक होता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इमली के साइड इफेक्ट्स के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इन नुकसान के बारे में...
गले में खराश की समस्याजिन लोगों को अक्सर गले में खराश बनी रहती है, उन्होंने इमली का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इमली की तासीर ठंडी होती है। जिसकी वजह से अधिक मात्रा में इमली का सेवन करने से गले में खराश की समस्या बढ़ सकती है।
पाचन संबंधी समस्याइमली एक एसिडिक फल है। जब इसे खाते हैं तो पेट में गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में एसिड का स्तर बढ़ जाता है। एसिड रिफ्लक्स’ जैसी पाचन संबंधी समस्या हो सकती है। इसलिए इससे दूरी करना बेहतर है।
एलर्जी की समस्या जिन लोगों को इमली का सेवन करने से एलर्जी होती है, उन्हें इमली का सेवन करने से बचना चाहिए। नही तो इमली खाने से स्किन पर चकत्ते, उल्टी, खुजली जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
ब्लड सेल्स को नुकसान अगर किसी प्रकार की दवाई का उपयोग कर रहे हैं तो इमली को खाने से बचना चाहिए। इसका अधिक सेवन ब्लड की सेल्स को सिकोड़ सकता है। इमली में खून को पतला करने वाले गुण पाए जाते हैं। इसलिए, अगर आप खून को पतला करने वाली किसी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो इमली का उपयोग बिल्कुल न करें।
दांतों की समस्याअधिक मात्रा में इमली का सेवन करने से दांतों की समस्या हो सकती है। क्योंकि इमली में एसिडिक तत्व पाए जाते हैं, जो दांतों की सतह को नुकसान पहुंचता हैं। इसलिए इमली का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
ब्लड शुगर लेवल घटाता हैअधिक इमली का सेवक ब्लड शुगर लेवल कम कर सकता है। शुगर के रोगी अगर पहले से डायबिटीज की कोई दवा का सेवन कर रहे हैं तो इमली का सेवन करने से बचना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को समस्याअधिक मात्रा में इमली का सेवन करने से गर्भवती महिलाओं को समस्या हो सकती है। क्योंकि अधिक मात्रा में इमली का सेवन करने से रक्तस्राव का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को भी इमली का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।