गर्मियों के दिनों में शरीर को ठंडक और स्फूर्ति देने वाली चीजों का सेवन जरूरी है। इस मौसम में छाछ सबसे अधिक लाभदायक है। दही को मथने के बाद बनने वाली छाछ को न केवल ठंडे पेय के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं, बल्कि इसका नियमित सेवन शरीर से बीमारियों को दूर भगाने में भी मदद करता है। छाछ को भोजन के साथ लेना हितकारी होता है।
यह आसानी से पचने वाला पेय है। ताजे दही से बनी छाछ का प्रयोग ज्यादा लाभकारी होता है। छाछ से पेट का भारीपन, आफरा, भूख न लगना, अपच व पेट की जलन की शिकायत दूर होती है। खाना हजम न होने पर भुना हुआ जीरा, कालीमिर्च का चूर्ण और सेंधा नमक छाछ में मिलाकर घूंट-घूंट कर पीने से खाना जल्दी पचता है। कमरदर्द, जोड़ों का दर्द व गठिया आदि में भी छाछ का प्रयोग विशेषज्ञ की सलाह से कर सकते हैं। पीलिया रोग में भी एक कप छाछ में 10 ग्राम हल्दी मिलाकर दिन में तीन-चार बार लेने से फायदा होता है।
छाछ का नियमित इस्तेमाल करते रहने से बवासीर, मूत्र विकार, प्यास लगना और
त्वचा संबंधी बीमारियों में लाभ होता है। गर्मी के कारण अगर दस्त हो रहा हो
तो बरगद की जटा को पीसकर और छानकर छाछ में मिलाकर पीएं। छाछ में मिश्री,
काली मिर्च और सेंधा नमक मिलाकर रोजाना पीने से एसिडिटी जड़ से साफ हो जाती
है। इसमें हेल्दी् बैक्टीरिया और कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं साथ ही
लैक्टोदस शरीर में आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
अगर
कब्ज की शिकायत बनी रहती हो तो अजवाइन मिलाकर छाछ पीएं। पेट की सफाई के लिए
गर्मियों में पुदीना मिलाकर लस्सी बनाकर पीएं। बटर मिल्क में विटामिन सी,
ए, ई, के और बी पाए जाते हैं जो कि शरीर के पोषण की जरुरत को पूरा करता है।
यह स्वस्थ पोषक तत्वों जैसे लोहा, जस्ता, फास्फोरस और पोटेशियम से भरी
होती है।
1. खास तौस से गर्मी के दिनों में छाछ का सेवन भुने
जीरे के साथ किया जाए, तो पाचन अच्छे से होता है और पेट की गर्मी व अन्य
समस्याओं से बचा जा सकता है। यह तरलता बनाए रखने में भी मददगार है।
2.
मोटापा अधिक होने पर छाछ को छौंककर सेंधा नमक डालकर पीने से फायदा होता
है। उच्च रक्तचाप होने पर गिलोय का चूर्ण मट्ठे के साथ लेना चाहिए। वहीं
सुबह-शाम मट्ठा या दही की पतली लस्सी पीने से स्मरण शक्ति तेज होती है।
3.
बार-बार हिचकी आने की समस्या हो, तो छाछ में एक चम्मच सौंठ डालकर सेवन
करना लाभदायक होगा। उल्टी आने या जी मिचलाने पर छाछ में जायफल घिसकर इसके
मिश्रण को पीने से लाभ मिलता है।
4. सौंदर्य समस्याओं के लिए भी छाछ
बेहद फायदेमंद चीज है। छाछ में आटा मिलाकर बनाए गए लेप को लगाने से त्वचा
की झुर्रियां कम होती हैं। इसके अलावा गुलाब की जड़ को छाछ में पीसकर चेहरे
पर लगाने से मुहांसे खत्म हो जाते हैं।
5. अगर आप अत्यधिक तनाव से
गुजर रहे हैं, तो नियमित छाछ का सेवन आपके लिए लाभदायक होगा। वहीं शरीर के
साथ-साथ दिमाग की गर्मी को कम करने में भी छाछ का सेवन लाभप्रद है।
6.
शरीर के किसी भाग में जल जाने पर तुरंत छाछ लगाने से लाभ होता है। खुजली
की समस्या होने पर अमलतास के पत्ते छाछ में पीस लें और शरीर पर मलें। कुछ
देर बाद स्नान करें। शरीर की खुजली नष्ट हो जाती है।
7. एड़ियां फटने की समस्या होने पर छाछ बनाने पर निकलने वाला ताजा मक्खन लगाएं। ऐसा करने से फटी एड़ियां जल्दी ठीक हो जाती हैं।
8. बाल झड़ने पर भी छाछ असरकारी है। इसके लिए बासी छाछ से सप्ताह में दो दिन बालों को धोना लाभप्रद होता है।
9. जहर को उतारने में भी इसका प्रयोग किया जाता है। किसी व्यक्ति द्वारा
जहर खाने पर उसे बार-बार फीका मट्ठा पिलाने से लाभ होता है, परंतु डॉक्टर
की सलाह जरूरी है। विषैले जीव-जंतु के काटने पर मट्ठे में तम्बाकू मिलाकर
लगाना लाभप्रद होता है।