भारत में उगने वाला एक बेहद स्वदिष्ट फल है जो गर्मियों के मौसम में खाया जाता है। इस फल का इतिहास तकरीबन 5000 साल पुराना है। भारत में दशहरी, लंगड़ा, चौसा, केसर, बादामी, तोतापरी और अल्फांसो जैसी आम की प्रजातियां काफी फेमस है। ज्यादातर लोगों का पसंदीदा ये फल स्वाद और खुशबू दोनों से लोगों का दिल जीत लेता है। खास बात है कि गर्मियों में ये बॉडी को ठंडा रखने में काफी मदद करता है। इसलिए लोग इस फल को अलग-अलग तरीके से डाइट में शामिल करते हैं। हालांकि, इसे खाने से पहले लोग आम को कुछ देर के लिए पानी में भिगोकर रखते हैं। यह तरीका काफी पुराना है, जिसे दादी-नानी भी फॉलो किया करती थीं।
बता दें कि आम को खाने से पहले पानी में भिगोना सेहत के लिए काफी लाभकारी माना जाता है। इससे आप एक नहीं, बल्कि कई सारी प्रॉब्लम से खुद को बचा सकते हैं। अक्सर लोगों को लगता है कि ऐसा करने के पीछे गंदगी या फिर केमिकल वजह हो सकती है। जो काफी हद तक सही भी है, लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे कारण हैं, जिससे आप अनजान हैं।
वहीं अगर आप आम मार्केट से लाने के बाद तुरंत खाना शुरू कर देते हैं तो बहुत बड़ी गलती करते हैं। इससे आप परेशानी को खुद बुला रहे हैं।
फाइटिक एसिड से मिलेगा छुटकाराफाइटिक एसिड एक तरह का न्यूट्रिशन है, जो शरीर के लिए अच्छा और बुरा दोनों हो सकता है। इसे एक एंटी पोषक तत्व माना जाता है, जो शरीर को आयरन, जिंक, कैल्शियम और अन्य मिनरल्स को अवशोषित करने से रोकता है। जिसकी वजह से शरीर में मिनरल्स की कमी होने लगती है। वहीं आम ही नहीं बल्कि अन्य फल, सब्जियां और नट्स में भी नेचुरल मॉलिक्यूल यानी फाइटिक एसिड होता है। फाइटिक एसिड बॉडी में हीट जेनरेट करता है, ऐसे में कुछ देर तक पानी में रखने से यह निकल जाता है।
निकल जाएंगे सारे केमिकलआम के पेड़-पौधों में हानिकारक पेस्टिसाइड और इंसेक्टिसाइड का इस्तेमाल किया जाता है। यह शरीर के लिए जहर के समान होता है और इसके सेवन से एलर्जी, स्किन इरिटेशन या फिर अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। कई बार सिर दर्द, मतली जैसी समस्याएं भी बिना भिगोये आम खाने से हो सकती हैं इसलिए इसे पानी में डुबोकर कुछ देर के लिए छोड़ दें और फिर खाएं।
दूर होगी त्वचा से जुड़ी समस्याएंकई लोगों को आम खाने से पिंपल, एक्ने या फिर अन्य स्किन प्रॉब्लम्स की शिकायत रहती है। इसके अलावा कब्ज, सिरदर्द या फिर पेट से जुड़ी अन्य शारीरिक समस्याओं से भी जूझना पड़ सकता है। ऐसे में पानी में इसे कुछ देर भिगोकर रखने से हीट प्रिंसिपल (तासीर) से छुटकारा मिल सकता है। आम को खाने से पहले कम से कम 30 मिनट के लिए पानी में भिगोकर रखना चाहिए। इसके बाद खाने से त्वचा के लिए बेहतर होगा।
नेचुरल फैट बस्टर का करता है कामइसके अलावा यह फैट बर्न करने में भी मदद कर सकता है। दरअसल, आम में फाइटोकेमिकल्स स्ट्रांग होते हैं, ऐसे में जब हम इसे पानी सोक होने के लिए रखते हैं, तो इसकी कॉन्सन्ट्रेशन कम हो जाती है, और वे नेचुरल फैट बस्टर के रूप में कार्य करते हैं।
नहीं बढ़ेगा गर्मियों में शरीर का तापमानआम खाने से शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है, जिसकी वजह से थर्मोजेनिक का उत्पादन होता है। हालांकि, आम को थोड़ी देर पानी में सोक करने से इस गुण को कम करने में मदद मिलेगी। दरअसल, थर्मोजेनिक का उत्पादन बढ़ने से ये एक्ने, कब्ज, सिर दर्द जैसी परेशानियों का कारण बन सकता है।
आम में मौजूद गुणकारी तत्वअलग-अलग तरह के रंगों में आने वाले आम में कई प्रकार के विटामिन, मिनरल और एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। इसमें मौजूद विटामिन K न सिर्फ ब्लड क्लॉट्स में फायदेमंद है, बल्कि एनीमिया से भी बचाव करता है। बहुत कम लोग ये बात जानते होंगे कि आम हमारी हड्डियों को भी मजबूत बनाने का काम करता है।
आम में विटामिन C की भी भरपूर मात्रा होती है, जो कि रक्त वाहिकाओं और हेल्दी कोलेजन के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। विटामिन C शरीर के जख्मों को तेजी से भरने में मदद करता है। इसके अलावा भी आम कई बड़ी बीमारियों से हमारे शरीर की रक्षा कर सकता है।
आम खाने के फायदे
कैंसर का जोखिमएक्सपर्ट कहते हैं कि आम के पीले और नारंगी भाग में बीटा कैरोटीन पाया जाता है। बीटा कैरोटीन आम में पाए जाने वाले कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट्स में से एक है। आम में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं, जो कि कैंसर के बढ़ने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं।
दिल की सेहतडॉक्टर्स के मुताबिक, आम हमारे शरीर के कार्डियोवस्क्यूलर सिस्टम को भी सपोर्ट करता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम और पोटैशियम की प्रचूर मात्रा को शरीर में लोवर ब्लड प्रेशर रेगुलर पल्स से जोड़कर भी देखा जाता है। इसके अलावा आम में मैंगीफेरिन नाम का यौगिक भी होता है। कई शुरुआती स्टडीज में पता चला है कि मैंगीफेरिन हार्ट इन्फ्लमेशन में भी राहत देने का काम करता है।
डायजेस्टिव हेल्थआम हमारे डायजेस्टिव सिस्टम को भी स्थिर रखता है। इसमें मौजूद एमिलेज कंपाउंड और डायट्री फाइबर कब्ज से भी राहत दिलाने का काम करते हैं। एमिइलेज कंपाउंड हमारे पेट में तमाम तरह के खाद्य पदार्थों को पचाने में मदद करते हैं और कठोर स्टार्च को भी तोड़ सकते हैं। आम से मिलने वाला फाइबर कब्ज होने पर सप्लीमेंट्स में मौजूद फाइबर से ज्यादा प्रभावशाली होता है।
आंखों को फायदाआम विटामिन A से भी भरपूर होता है। लगभग एक आम विटामिन A की दैनिक जरूरत को करीब 25 प्रतिशत तक पूरा कर सकता है। ये विटामिन हमारी बॉडी के कई प्रमुख अंगों के लिए बेहद जरूरी है, जैसे कि आंख और त्वचा। विटामिन A शरीर में रीप्रोडक्शन और इम्यून सिस्टम के लिए भी जरूरी होता है।
ओवर ईटिंग का खतरा कममोटापा कम करने के लिए भी आम एक अच्छा उपाय है। आम की गुठली में मौजूद रेशे शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में बहुत फायदेमंद होते हैं। आम खाने के बाद भूख कम लगती है, जिससे ओवर ईटिंग का खतरा कम हो जाता है।
वेट कंट्रोलतेजी से बढ़ते वजन को कंट्रोल करने का भी काम करता है आम। एक हालिया स्टडी के मुताबिक, आम और इसमें मौजूद फाइटोकैमिकल्स शरीर में फैट सेल्स और फैट से जुड़े जीन्स पर दबाव बना सकते हैं।
आम के छिलके के भी फायदे एक अन्य स्टडी के मुताबिक, आम का छिलका भी शरीर में फैटी टिशू को बढ़ने से रोक सकता है। ये शरीर में बिल्कुल आम में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स की तरह ही काम करता है।