इन 6 गलतियों की वजह से इंटरमिटेंट फास्टिंग के बावजूद नहीं हो पाता वजन कम, रखें ध्यान

वर्तमान समय में वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग का प्रचलन काफी चल रहा हैं। सेलेब्रिटी हो या आमजन इसकी मदद से कुछ ही दिनों में प्रभावी असर देखने को मिलता हैं। इसमें कई विधि से फास्टिंग कर वजन कम किया जाता हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग को फॉलो करना इतना सरल नहीं है, जितना लगता है। लेकिन कई बार इसमें कुछ गलतियां हो जाती हैं जिस वजह से वजन कम नहीं हो पाता हैं। ऐसे में आज हम आपको उन गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें ध्यान रख इंटरमिटेंट फास्टिंग को सफल बनाया जा सकता हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग करने का तरीका

16:8 आहार में आप दिनभर में 8 घंटे तक खा सकते हैं, जबकि 16 घंटे तक उपवास रखना होता है। 5:2 आहार डाइट प्रोग्राम व्यक्ति को सप्ताह में दो बार 500-600 कैलोरी खाने की इजाजत देता है। जबकि वे बाकी के दिनों में सामान्य खाना खा सकते हैं। जबकि ईट-स्टॉप-ईट विधि में 24 घंटे उपवास रखने की जरूरत होती है। सप्ताह में एक या दो बार इसे फॉलो करना होता है। वैसे तो इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई तरीके हैं,जिनका आप सहारा ले सकते हैं, लेकिन कुछ ऐसी गलतियां हैं, जो आपके वजन घटाने की प्रक्रिया में बाधा बनती हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान होने वाली गलतियां

आप इसे धीमी गति से ले रहे हैं

जब लोग किसी डाइट पर स्विच करते हैं, तो पहली गलती करते हैं वो ये कि इसे धीमा और स्थिर नहीं लेते। इंटरमिटेंट फास्टिंग में ज्यादातर लोग ऐसा ही करते हैं। जो व्यक्ति 24 घंटे भूखा नहीं रह सकता, उसे छोटी फास्टिंग विंडो से शुरूआत करनी चाहिए और फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाना चाहिए।

आपने गलत इंटरमिटेंट फास्टिंग प्लान चुना है

इंटरमिटेंट फास्टिंग प्लान चुनना बेहद जरूरी है। यदि आप कोई ऐसा तरीका चुनते हैं, जो आपके सोने के समय या आपकी दिनचर्या के साथ मेल नहीं खाता , तो आपको ज्यादा नुकसान होगा। जैसा कि बताया गया है कि बिगनर्स को धीमी गति से शुरूआत करनी चाहिए और सीधे 24 घंटे के उपवास नहीं करना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर आप सामान्य से ज्यादा कैलोरी खा लेंगे , जिससे आपका वजन बढ़ जाएगा।

ईटिंग विंडो के दौरान ज्यादा खा रहे हैं

फास्टिंग के दौरान 24 घंटे या 16 घंटे का उपवास रखना पड़ताहै। इसका मतलब यह नहीं कि अपनी ईटिंग विंडों में आप जरूरत से ज्यादा खा लें। अपने फास्टिंग टाइम को ध्यान में रखें और सोच-समझकर लिमिट में रहकर ही खाएं।

आपका आहार पौष्टिक नहीं है

यह फास्टिंग ये तो बताती है कि कब खाना चाहिए, लेकिन इस बात पर ध्यान केंद्रित नहीं करती कि क्या खाना चाहिए। वे लोग जो वास्तव में प्लान का फायदा उठाना चाहते हैं, उन्हें प्रोसेस्ड और हाई कैलोरी फूड आइटम्स का सेवन करने के बजाय पौष्टिक स्वस्थ भोजन करना चाहिए। लंबे समय तक आप उपवास कर रहे हैं, तो अपनी ईटिंग विंडों के दौरान केवल फाइबर युक्त, कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें। जब आप ऐसा करेंगे, तो ही वजन कम करने में कामयाब हो पाएंगे।

आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं

इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान लोग कम पानी पीने की भूल कर देते हैं। इसलिए जब आप उपवास कर रहे हों, तो खूब पानी पीएं। यह आपके ऊर्जा के स्तर को बनाए रखता है। यदि आप अधिक मात्रा में पानी नहीं पीते, तो पूरी संभावना है कि आप डाइट पर टिके नहीं रह पाएंगे।

जब खाना चाहिए, तो खाना छोड़ देते हैं

उपवास करने के दौरान खाना खाने के समय खाना छोड़ देते हैं, तो आप प्लानिंग को ब्रेक कर रहे हैं। ऐसा करना आपको कमजोर बना देगा और समय के साथ आपको ऊर्जा से वंचित कर देगा।