AIIMS ने बताए ओमिक्रॉन के ये 5 गंभीर लक्षण, दिखते ही हो जाए सतर्क

भारत में कोरोना के डेल्टा + ओमिक्रॉन दोनों वैरिएंट तेजी से दौड़ रहे है। बीत दिन देश में 1,17,100 नए केस सामने आए हैं। वहीं, कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के केस भी 3000 से ज्यादा हो गए हैं। ओमिक्रॉन के लक्षणों के बारे में हेल्थ एक्सपर्ट्स के द्वारा समय-समय पर जानकारी दी जा रही है। एम्स ने ओमिक्रॉन के 5 लक्षणों को सूचीबद्ध करते हुए इन्हें अनदेखा ना करने की चेतावनी दी है। इन लक्षणों के दिखने का मतलब है कि आपका संक्रमण गंभीर है।

ओमिक्रॉन के 5 लक्षण

- सांस लेने में कठिनाई
- ऑक्सीजन सैचुरेशन में गिरावट
- सीने में लगातार दर्द/दबाव महसूस हो
- मेंटल कन्‍फ्यूजन या या प्रतिक्रिया न दे पाएं
- अगर लक्षण 3-4 दिन से ज्‍यादा रहें या बिगड़ते जाएं

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर अचानक त्वचा, होंठ या नाखून का रंग बदल रहा हो तो भी अलर्ट हो जाने की जरूरत है।

कब कराएं टेस्ट

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर कोई भी वायरस के संपर्क में आता है, तो उसे संपर्क में आने के 5 दिन बाद या जैसे ही कोई लक्षण दिखाई दे, तुरंत टेस्ट कराना चाहिए। यदि किसी को लक्षण दिखते हैं, तो उसको तुरंत क्वारंटाइन हो जाना चाहिए, जब तक कि नेगेटिव रिपोर्ट न आ जाए।

इलिनॉइस डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ के निदेशक डॉ नगोजी इजीके के अनुसार, संक्रमित होने और उसके लक्षण दिखने के बीच का समय बदल सकता है, लेकिन जो लोग जल्दी टेस्ट करा लेते हैं, उन्हें नेगेटिव रिपोर्ट आने के कुछ दिन बाद भी टेस्ट कराना चाहिए।

कोविड के कुछ ऐसे लक्षण जैसे गले में खराश, सिरदर्द, हल्का बुखार, बदन दर्द भी हैं। अगर रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद आपको इनमें से कुछ लक्षण दिखें तो कुछ दिन बाद फिर से कोविड टेस्ट कराएं।

क्वारंटाइन और आइसोलेट कब होना चाहिए

जिन्हें लगता है कि वे किसी ऐसे शख्स के संपर्क में आए हैं जो कि कोविड पॉजिटिव है और उन्हें वैक्सीन नहीं लगी हुई है, तो उन्हें खुद को तुरंत क्वारंटाइन कर लेना चाहिए। इसके बाद देखना चाहिए कि लक्षण दिख रहे हैं या नहीं। अगर लक्षण नहीं दिखते हैं तो एक्सपर्ट की सलाह पर क्वारंटाइन से बाहर आ सकते हैं। वहीं, जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, भले ही उनका वैक्सीनेशन हुआ हो, उन्हें तुरंत आइसोलेट हो जाना चाहिए।

देश में ओमिक्रॉन के 3000 से ज्यादा मरीज

देश में ओमिक्रॉन के अब तक 3007 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि, इनमें से 1199 लोग ठीक भी हो चुके हैं।

राज्य - केस
महाराष्ट्र - 876
दिल्ली - 465
कर्नाटक - 333
राजस्थान - 291
केरल - 284,
गुजरात - 204
तमिलनाडु - 121
हरियाणा - 114
तेलंगाना -107
ओडिशा - 60
उत्तर प्रदेश - 31
आंध्र प्रदेश - 28
बंगाल - 27
गोवा - 19
असम - 9
मध्यप्रदेश - 9
उत्तराखंड - 8