आयुर्वेद के अनुसार खाना खाने के बाद कभी ना करें यह 6 काम, शरीर को पहुंचता हैं नुकसान

शरीर की सेहत बनाए रखने के लिए जरूरी हैं कि अपनी जीवनशैली को व्यवस्थित रखा जाए और दैनिक दिनचर्या से जुड़े नियमों का पालन किया जाए। खासतौर से भोजन से जुड़े नियमों की पालना की जाए ताकि पाचन क्रिया सही बनी रहे और शरीर का हर अंग अच्छे से काम करें। आयुर्वेद में भी भोजन से जुड़े कुछ नियम हैं जिनकी पालना से आपके शरीर की ऊर्जा कम नहीं होगी और आप सुस्ती महसूस किए बिना पूरा दिन काम कर सकेंगे। तो आइये जानते हैं आयुर्वेद के अनुसार खाना खाने के बाद कौनसे काम नहीं करने चाहिए जो कि आपके शरीर को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं।

भोजन के बाद सोने से बचें

आयुर्वेद के अनुसार, भोजन करने के बाद तुंरत सोने से बचना चाहिए। इससे शरीर में कफ और वसा बढ़ता है। डॉ।भावसार बताती हैं कि नींद के दौरान शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, जिसके चलते पाचन प्रकिया भी स्लो हो जाती है। ऐसे में अगर आप भोजन करने के बाद तुरंत सोने चले जाएं, तो पूरा भोजन ठीक से पच नहीं पाता।

खाने के तुरंत बाद पानी पीना

आयुर्वेद के अनुसार, भोजन के बीच में हमेशा पानी पीने की आदत डालनी चाहिए, भोजन से पहले या बाद में नहीं। इसके साइड इफेक्ट्स होते हैं। भोजन से ठीक पहले पानी पीने से पाचन क्रिया कम हो जाती है और खाना खाने के बाद पानी पीने से व्यक्ति मोटा हो जाता है।

भोजन करने के बाद धूप में ना निकलें

ज्यादातर लोग ये गलती करते हैं। दरअसल, भोजन करने के बाद धूप के संपर्क में आने से ब्लड सर्कुलेशन और ब्लड इंपल्स त्वचा की ओर उन्मुख होंगे। इससे पेट सहित शरीर के भीतर जरूरी अंगों में खून की स्प्लाई कम हो जाएगी। यह न केवल चयापचय को बाधित करेगा बल्कि पचने वाले भोजन में अपर्याप्त पोषक तत्व भी शामिल हो जाएंगे, जो शरीर और दिमाग को लाभ देने में असमर्थ होंगे। बता दें कि इन अपर्याप्त पोषक तत्वों से सेल्स, ऊतक और अंगों को नुकसान पहुंच सकता है।

कसरत करने से बचें

तैरने, लंबी दूरी तक पैदल चलने और भोजन के तुरंत बाद एक्सरसाइज करने से सेहत पर उल्टा असर पड़ सकता है। आयुर्वेद की मानें , तो ये सभी एक्टिविटीज वात को बढ़ाने के साथ पाचन में रूकावट पैदा करती हैं। इससे व्यक्ति शरीर में सूजन, पोषण का अधूरा अवशोषण और भोजन के बाद बेचैनी जैसा महसूस कर सकता है।

भोजन के बाद पढ़ने न बैठें

भोजन के बाद सही पाचन प्रक्रिया में मदद के लिए ब्लड सकुर्लेशन और नर्व रिस्पांस पेट और आंतों की तरफ उन्मुख होता है। इसलिए ऐसी कोई भी एक्टिविटी, जिसमें मास्तिष्क का उपयोग करना हो जैसे पढ़ना और याद करना ऐसी किसी भी प्रोसेस को भोजन के बाद करने से बचना चाहिए। दरअसल, भोजन के बाद याद करने वाली किसी भी चीज को संग्रहित करने से जुड़े ब्रेन के हायर फंक्शन काम करना बंद कर देते हैं। यही कारण है कि भोजन करने के बाद हम अक्सर हैंगओवर महसूस करते हैं और नींद आने लगती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान आपका ब्रेन पूरी तरह से काम करने के लिए एक्टिव नहीं हो पाता।

भोजन के बाद स्नान न करें

आयुर्वेद के अनुसार, हर काम को करने का निश्चित समय होता है। अगर इसे गलत समय पर किया जाए, तो शरीर को नुकसान ही होता है। भोजन करने के बाद स्नान न करने की सलाह आयुर्वेद में दी गई है। कहा जाता है कि भोजन करने के बाद अगले दो घंटे तक नहाना नहीं चाहिए। शरीर में अग्रि तत्व भोजन के पाचन के लिए जिम्मेदार है, इसलिए जब आप भोजन करते हैं, तो अग्रि तत्व सक्रिय हो जाते हैं और प्रभावी पाचन के लिए ब्लड सकुर्लेशन में तेजी आती है। लेकिन जब आप तुरंत ही नहाते हैं, तो इस समय शरीर का तापमान कम होने लगता है और पाचन क्रिया भी स्लो हो जाती है।