फेफड़ों के कैंसर से जूझ रहे अभिनेता संजय दत्त, जानिए लक्षण और कारण

बीते काफी दिनों से अभिनेता संजय दत्त बीमार हैं और और वे फेफड़ों के जानलेवा कैंसर से ग्रस्त हैं। उनमें तीसरी स्टेज का कैंसर जिसमें सही इलाज बहुत जरूरी हैं। अक्सर देखा जाता हैं कि लोग यह सोच्नते हैं कि फेफड़ों के कैंसर का कारण धुम्रपान होता हैं। हांलाकि यह एक कारण हो सकता हैं लेकिन इसके अलावा भी कई चीजें हैं जो आपको फेफड़ों के कैंसर की बीमारी का शिकार बना सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इस जानलेवा बीमारी के कारण और लक्षणों की जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

फेफड़ों में कैंसर के लक्षण

- लगातार खांसी होना
- खांसी में खून या बलगम आना
- सांस में तकलीफ
- छाती में तेज दर्द
- अचानक वजन घटना
- हड्डियों में दर्द
- तेज सिरदर्द

फेफड़ों में कैंसर के कारण

नॉन स्मोकिंग

सिर्फ धूम्रपाने करने वाले को ही नहीं बल्कि पैसिव या सेकंडहैंड स्मोकिंग यानि सिगरेट के धुएं के संपर्क में आने वाले व्यक्ति भी फेफड़ों के कैंसर की चपेट में आ सकते हैं।

रेडॉन गैस का उत्सर्जन

रॉक्स और डर्ट के कारण उत्पन्न होने वाली प्राकृतिक रेडॉन गैस के कारण भी फेफड़ों का कैंसर हो सकता है।

कैमिकल इंडस्ट्रीज में अधिक खतरा

सिलिका, डीजल, आर्सेनिक या दूसरी कैमिकल इंडस्ट्रीज में काम कर रहे लोगों को भी लंग कैंसर का खतरा अधिक होता है।

गलत खान-पान

जंक फूड्स, मसालेदार भोजन का अधिक सेवन भी ऐसी बीमारियों की वजह हो सकता है। इसके अलावा दूषित पानी भी लंग कैंसर सेल्स को बढ़ावा देता है।

आनुवांशिक कारण

अगर परिवार के किसी सदस्य को कोई भी कैंसर हो या उससे यह अगली पीढ़ी को भी हो सकता है। बता दें कि सजंय दत्त की मां नरगिस दत्त मां नरगिस को ब्लड कैंसर और पहली पत्नी की मौत ब्रेन ट्यूमर से हुई थी।

रेडिएशन थेरपी

रेडिएशन थेरपी करवाने वाले मरीजों के फेफड़ों में भी कैंसर सेल्स पनप सकते हैं। इसके अलावा छाती की रेडिएशन थेरेपी करवाने वाले लोगों को भी इसका खतरा रहता है।