पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए या यूं कहें कि जीवन के लिए सबसे जरूरी चीजों में से एक है। कई विशेषज्ञ कहते हैं कि रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह जरूरी नहीं है, आपको जितनी प्यास हो, उतना ही पानी पिएं। कई लोग ठंडा पानी पीना पसंद करते हैं तो कई लोगों को गर्म पानी अच्छा लगता है। खासकर सुबह-सुबह तो गर्म पानी पीना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। इससे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है और पाचन क्रिया के लिए भी यह फायदेमंद होता है। इसी तरह कई लोगों को खाली पेट पानी पीने की भी आदत होती है। इसे भी सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। हर उम्र के व्यक्ति के लिए पानी आवश्यक है और शरीर में पानी की कमी होने पर कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं।
गर्भवती महिलाओं को भी दिनभर में खूब पानी पीने के लिए कहा जाता है। गर्भस्थ शिशु को मां के आहार से ही पोषण मिलता है और यदि गर्भवती महिला दिनभर में पर्याप्त पानी नहीं पीती है तो इससे बच्चे को परेशानी हो सकती है। अगर आप भी प्रेगनेंट हैं और कम पानी पीती हैं तो जरा यहां जान लें कि ऐसा करना आपके लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है।
प्रेग्नेंसी में सूजन होनागर्भवती महिलाओं को इस समय हाथ-पैरों में सूजन की शिकायत रहती है लेकिन अगर ऐसे समय में वह पानी भी कम पिएं तो इसका खतरा और बढ़ जाता है। शरीर में पानी की कमी सूजन को बढ़ाती है। ऐसे में प्रेग्नेंसी में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है। इससे शरीर में एनर्जी भी रहती है और प्रेग्नेंसी में होने वाली थकान से भी छुटकारा मिलता है।
यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शनगर्भवती महिलाओं को यूटीआई यानि यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है और शरीर में पानी की कमी होने की वजह से यह जोखिम और बढ़ जाता है। इसके अलावा पानी की कमी के कारण एम्निओटिक फ्लूइड के स्तर में भी कमी आती है। जब प्रेगनेंट महिला पर्याप्त पानी नहीं पीती है तो इससे ब्रैक्स्टन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन पैदा होती हैं और कई बार इन कॉन्ट्रैक्शंस को शांत करने के लिए ज्यादा फ्लूइड दिए जाते हैं।
प्रेग्नेंसी में कितना पानी पीना चाहिएइंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन के अनुसार गर्भवती महिलाओं को दिनभर में 2 लीटर पानी पीना चाहिए। शिशु को दूध पिलाती हैं तो आपको 2.5 से 3 लीटर पानी का सेवन करना चाहिए। गर्भावस्था में शरीर को अधिक फ्लूइड की जरूरत होती है ताकि अधिक खून और एम्निओटिक फ्लूइड बन सके। ऐसे में आप नींबू पानी (Lemon Water), पुदीने का रस और हर्बल टी (Herbal Tea) से भी शरीर में फ्लूइड्स की जरूरत को पूरा कर सकती हैं। इसके लिए कोई हेल्दी स्मूदी भी ले सकती हैं। घर से बाहर निकलते वक़्त अपने साथ पानी की बोतल ले जाना न भूलें और घर पर भी थोड़ी-थोड़ी देर में पानी का सेवन करते रहें। रोज सुबह उठकर पानी पीने की आदत जरुर डालें।