मॉनसून के आगमन के साथ ही कई बीमारियों का आगमन भी होता हैं। मुंबई में हुई भारी बारिश ने कई लोगों को बेघर कर दिया हैं और सड़कों पर रहने को मजबूर कर दिया हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुंबई की इस बारिश ने जानलेवा बीमारी लेप्टोस्पाइरोसिस का खतरा भी बढ़ा दिया हैं। जी हाँ, लेप्टोस्पाइरोसिस ऐसी बीमारी हैं जो जानवरों के पेशाब से फैलती हैं और स्थिति ज्यादा खराब होने पर आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए इसके लक्षण और बचाव से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण
आम तौर पर दो हफ्ते के भीतर लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण दिखाना शुरू होते सकते हैं, हालांकि कुछ मामलों में, लक्षण एक महीने में भी दिखाई नहीं देते हैं। जब यह बीमारी होती है, तो इसका असर तेजी से होता है। उस दौरान आपको 104 डिग्री सेल्सियस तक बुखार आ सकता है। इसके अन्य विशिष्ट लक्षणों में शामिल हैं।
- सरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- पीलिया (त्वचा और आंखों का पीला)
- उल्टी
- दस्त
- त्वचा पर लाल दाने होना
लेप्टोस्पायरोसिस से बचाव
दूषित पानी से बचें
बारिश के गंदे पानी की वजह से इस बीमारी के फैलने का सबसे अधिक खतरा होता है। इससे बचने के लिए आपको गंदे पानी में जाने से बचना चाहिए।
जानवर और चूहों से बचें
अगर आपके घर और आसपास चूहें, तो आपको उन्हें भगाने की कोशिश करनी चाहिए। घर को साफ रखें और कोई भी खाने की चीज को खुला ना छोड़ें।
गंदे टॉयलेट्स से बचें
अगर आप सफर कर रहे हैं, तो ध्यान रहे कि गंदे टॉयलेट्स का इस्तेमाल ना करें। कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें।