ग्रीन टी को कैमेलिया साइनेन्सिस पौधे से बनाया जाता है। इस पौधे की पत्तियों का उपयोग न सिर्फ ग्रीन टी बल्कि अन्य प्रकार की चाय जैसे – ब्लैक टी बनाने में भी किया जाता है, लेकिन मानव स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा प्रभाव ग्रीन टी का देखा गया है। अगर बात करें ग्रीन टी और ब्लैक टी की, तो भले ही ये एक ही पौधे से मिलते हों, लेकिन दोनों को बनाने का तरीका अलग है।
ग्रीन टी का उत्पादन करने के लिए ताजे पत्तों को तोड़ने के बाद तुरंत भाप दी जाती है, ताकि ग्रीन टी का अच्छे से निर्माण हो। यह प्रक्रिया स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले प्राकृतिक पॉलीफेनोल्स को संरक्षित रखती हैं। वहीं, इसमें ब्लैक और ओलोंग टी की तुलना में अधिक कैटेचिन पाया जाता है, जो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट होता है।
ग्रीन टी पीने का सही समय
- उठते ही और नाश्ते के साथ इसे नहीं लेना चाहिए
- नाश्ते और दोपहर के भोजन के एक घंटे बाद ग्रीन टी नहीं लें
- लेट नाइट नहीं पीना चाहिए क्योंकि कैफीन नींद कम कर सकती है
- एक्सरसाइज से पहले इसे जरूर पिएं, इससे आपका स्टैमिना बढ़ेगा
वजन कम करने के लिए ग्रीन टी के फायदे
ग्रीन
टी वजन कम करने में फायदेमंद हो सकती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट,
मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर वजन कम करने में मदद कर सकता है। ग्रीन टी पीने के
साथ मध्यम तीव्रता के व्यायाम फैट ऑक्सीडेशन को बढ़ावा देने का काम कर
सकते हैं, जिससे मोटापे को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
ग्रीन
टी में मौजूद कैटेचिन और कैफीन के मिश्रण का सेवन वजन कम करने और वजन को
संतुलित रखने में कुछ हद तक सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। मोटापे से
ग्रस्त व्यक्तियों में ग्रीन टी का वेटलॉस प्रभाव काफी कम पाया गया है। ऐसे
में वजन कम करने के लिए ग्रीन टी पर पूरी तरह निर्भर रहना उचित नहीं है,
बल्कि इसके साथ सही डाइट, नियमित व्यायाम और योग भी जरूरी है।
ग्रीन टी के फायदे कैंसर के लक्षण से बचाव के लिए
ग्रीन
टी के फायदे शरीर में फ्री रेडिकल कम करने में मदद करते हैं। जब शरीर में
सेल के जन्म लेने और मरने का प्रोसेस खराब हो जाता है तब कैंसर पैदा करने
वाले सेल का बढ़ना तेज़ हो जाता है, जिस कारण से कैंसर होने के आसार बढ़
जाते हैं। ऐसे होने पर कई तरह के कैंसर हो सकते हैं। अगर एंटीऑक्सीडेंट की
मात्रा शरीर में अच्छी बनी हुई है तो कैंसर सेल पैदा होने के आसार कई हद तक
कम हो जाते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट शरीर को किसी भी तरह की गंभीर बीमारी से
शरीर का बचाव करने में मदद करते हैं।
मुंह के स्वास्थ्य के लिए ग्रीन टी के लाभ
ग्रीन
टी का सेवन मुंह के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हो सकता है। इसके सेवन से
मुंह के संक्रमण से बचाव हो सकता है। ग्रीन टी कैटेचिन, पी. जिंजिवलिस और
ऐसे ही अन्य बैक्टीरिया जैसे – प्रीवोटेला इंटरमीडिया और प्रीवोटेला
निग्रेसेंस को बढ़ने से रोक सकता है। ये सभी बैक्टीरिया मुंह के स्वास्थ्य
को प्रभावित कर सकते हैं।
ग्रीन टी, बैक्टीरियल प्लाक को नियंत्रित
कर दांतों को खराब होने से बचा सकता है। ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफेनोल्स
एंटी-प्लाक एजेंट की तरह काम कर मुंह में प्लाक को जमने से रोक सकते हैं।
ग्रीन टी से मुंह धोना काफी लाभकारी हो सकता है, लेकिन बेहतर है इस बारे
में एक बार डॉक्टर परामर्श भी लिया जाए।