International Coffee Day: इन लोगों के लिए 'जहर' है कॉफी, पीते है तो तुरंत छोड़ दे

आज 1 अक्टूबर को इंटरनेशनल कॉफी डे मनाया जा रहा है। कॉफी के बींस की खुशबू से ही मन महक उठता है। कॉफी के फल को भूनकर इसके बीजों तैयार किए जाते हैं। कॉफी का स्‍वाद और फ्लेवर इस बात पर निर्भर करता है कि कॉफी के बींस को कितनी डिग्री पर भूना गया है। दुनिया में ब्राजील कॉफी का सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत में सबसे ज्‍यादा कॉफी का उत्‍पादन कर्नाटक में किया जाता है और फिर इसके बाद केरल तथा तमिलनाडु कुल कॉफी का 71% हिस्‍सा उत्पादित करते हैं। कर्नाटक में चिकमगलूर और कोडगु में कर्नाटक की 80 प्रतिशत कॉफी का उत्‍पादन किया जाता है। कॉफी में मौजूद कैफीन की वजह से इसे सबसे ज्‍यादा पसंद किया जाता है और इसके शरीर पर ऊर्जादायक प्रभाव पड़ते हैं। कॉफी का इस्तेमाल सिर्फ ड्रिंक के रूप में नहीं बल्कि खाने-पीने की कई चीजों में किया जाता है। कॉफी न केवल सेहत के लिए अच्‍छी होती है बल्कि इसके स्‍वाद से तन और मन भी तरोताजा महसूस करता है। नियमित रूप से कॉफी पीने से प्रोस्टेट कैंसर, हार्ट फेलियर, लीवर को मजबूत बनाने, पार्किंसन डिजीज से बचने, अल्जाइमर रोग और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थितियों के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है। बेशक कॉफी के कई फायदे हैं लेकिन हर चीज की तरह इसके अधिक सेवन से सेहत को गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। कुछ लोग हैं जिन्हें कॉफी पीना छोड़ देना चाहिए क्योंकि इससे जनकी सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं।

​IBS से पीड़ित लोग

अगर आप बड़ी आंत के रोग इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) से पीड़ित हैं तो तुरंत प्रभाव से कॉफी से दूरी बना ले। कॉफ़ी में कैफीन होता है, जो आंतों के कामकाज को बढ़ाता है। इससे दस्त की संभावना बढ़ जाती है।

ग्लूकोमा से पीड़ित लोग

आंख की बीमारी ग्लूकोमा से पीड़ित लोगों को कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। NCBI पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, ऐसे लोगों को कॉफी के सेवन से आंखों पर दबाव बन सकता है।

ओवर एक्टिव ब्लैडर वाले लोग

ओवर एक्टिव ब्लैडर वाले मरीज कॉफी का सेवन बंद कर दे। ऐसा माना जाता है कि कैफीन का सेवन पेशाब करने की इच्छा और ज्यादा बढ़ सकती है। अगर आप कहीं ऐसी जगह हैं, जहां टॉयलेट नहीं है, तो संभल जाएं।

दिल की धड़कन बढ़ना arrhythmias वाले लोग

ऐसा माना जाता है कि कॉफी में मौजूद कैफीन रक्तचाप और हृदय गति को बढ़ा देता है। ऐसे में अगर आप पहले से arrhythmias से पीड़ित हैं, तो आपके लिए कॉफी पीना सुरक्षित नहीं है।

​नींद से जुड़े पीड़ित

NCBI पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कॉफी आपकी नींद उड़ा सकती है। ध्यान रहे कि कॉफी में कैफीन पाया जाता है, जो नींद को भगाने का काम करता है। अगर आप पहले से नींद नहीं आने की बीमारी से जूझ रहे हैं, तो कॉफी का सेवन इस समस्या को और बढ़ा सकता है।

​दस्त से पीड़ित लोग न पिएं कॉफी

जैसा की हमने पहले भी बताया है कि कॉफी आंतों का कामकाज प्रभावित करती है। ऐसे में अगर आप पहले से ही दस्त जैसी समस्या से परेशान हैं, तो आपको सोच-समझकर ही कॉफी का सेवन करना चाहिए।

इन लोगों को भी बना लेनी चाहिए दूरी

मिर्गी का दौरा से पीड़ित लोगों को भी कॉफी नहीं पीनी चाहिए। इसके अलावा वो लोग जो ज्यादा चिंता में रहते हैं उन्हें भी इससे दूर रहना चाहिए क्योंकि इससे उन्हें दौरा पड़ सकता है। ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली और गर्भवती महिलाओं को भी इससे दूरी बना लेनी चाहिए।