कोरोना वायरस का कहर दुनिया के साथ-साथ भारत में भी बढ़ता जा रहा है और लोगों में इसका खौफ बढ़ता ही जा रहा हैं। हांलाकि विदेशों के मुकाबले भारत में स्थिति नियंत्रण में है और अभी देशभर में 200 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। भारत सरकार की तरफ से लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है, फैलने से रोकने के लिए कई कदम भी उठाए गए हैं। यह कोरोना वायरस चार चरणों में बंटा हुआ हैं और भारत अभी इसके दूसरे चरण में हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इसके सभी चरणों से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
पहला चरण - विदेश से आए संक्रमित
इस चरण में उन लोगों को रखा गया है जिन्होंने विदेश यात्रा की है। खासतौर पर वो लोग जो कोरोना प्रभावित देशों से आ रहे हैं या फिर लौट रहे हैं।
दूसरा चरण - स्थानीय फैलाव
दूसरे चरण में वो प्रभावित लोग हैं, जिन्हें पहले चरण वालों से संक्रमण फैला है। यह लोग परिजन, दोस्त और संपर्क में आए हुए लोग भी हो सकते हैं। मसलन: रेल, मेट्रो, टैक्सी या लिफ्ट के जरिए, इत्यादि।
तीसरा चरण - सामुदायिक फैलाव
इस चरण में लोगों के बीच जाने-अनजाने यह संक्रमण फैलना शुरू होता है। मसलन: विदेश से आने वाले संक्रमित व्यक्ति से प्रभावित हुए परिजनों द्वारा अन्य तक इस संक्रमण का पहुंचना। तीसरे चरण में यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि संक्रमित व्यक्ति को संक्रमण कहां और किससे फैला है। मान लीजिए किसी सब्जी बेचने वाले को किससे संक्रमण मिला है यह पता लगाना लगभग असंभव होगा।
चौथा चरण - महामारी
इस चरण में यह वायरस महामारी का रूप ले लेता है। वहीं पांचवे और छठे चरण में स्थिति काफी भयावह हो जाती है। चीन, इटली और यूरोप इससे जूझ रहे हैं।