अक्सर सर्दियों का मौसम आते ही कई लोगों को नाक बहना शुरू हो जाती हैं। लेकिन वहीँ कई लोग ऐसे हैं जिनकी नाक बारह महीने बहती रहती हैं और इसका कारण बनती हैं उनकी नाक की एलर्जी। मौसम बदलते ही या धूल-मिट्टी या कई अन्य कारणों से नाक की एलर्जी हो सकती हैं जिसमें मरीजों के नाक के आसपास और अंदर के रास्तों में सूजन आ जाती है। नाक बहना, छींके आना इसके कुछ लक्षण हैं। नाक में एलेर्जी होने के कारण आपको सिर में दर्द होने से लेकर अनेकों समस्याओं का सामना कर पड़ सकता है। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं जो आपके नाक की एलर्जी को नियंत्रित करने का काम करेंगे और इस परेशानी से आराम दिलाएंगे। तो आइये जानते हैं इन उपयों के बारे में...
शहद
शहद बेस्ट घरेलू उपचारों में से एक है। शहद नाक की एलर्जी के अधिकतर लक्षणों को ठीक करने में असरदार रहता है। शहद के एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण नाक की सूजन व एलर्जी को कम करने में सहायक हैं। नाक की एलर्जी के दौरान दिन में कम से कम 2 बार एक चम्मच शहद गुनगुने पानी के साथ या शहद का ऐसे ही सेवन करने से नाक की एलर्जी से आराम मिल सकता है।
काली मिर्च
10-12 कालीमिर्च पीसकर पाउडर बना लें। अब दो चम्मच शहद में इस पाउडर को मिलाकर रख दें। सुबह उठकर इसका सेवन करें। प्रतिदिन इसका सेवन करने से धीरे-धीरे आपकी नाक की एलर्जी ठीक होने लगेगी। साथ ही जब आप इसका सेवन कर रहे हैं तो दूध से बने पदार्थों से परहेज करना बहुत जरूरी है।
नीमनाक की एलेर्जी को दूर करने के लिए आप नीम की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीम के पत्तियों के अनेकों फायदे होते हैं। नीम की पत्तियों के इस्तेमाल करने से एलेर्जी बढ़ने की समस्या दूर हो जाती है। एलेर्जी को दूर करने के लिए आप नीम की पत्तियों से छोटी-छोटी गोलियों को तैयार कर लें, इसमें शहद मिलाएं। अब इसका सुबह रोजाना सेवन करें। इनके रोजाना सेवन से एलेर्जी दूर हो जाएगी। वहीं यदि त्वचा में एलेर्जी रहती है तो आपको नीम के पत्तियों का सेवन फायदा पंहुचा सकता है।
पपीता
वैसे तो अधिकतर सुबह सवेरे पेट के लिए पपीता खाते हैं लेकिन यदि आपको हमेशा नाक में एलर्जी बनी ही रहती है तो पपीता आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है। पपीते में ब्रोमलेन नामक एंजाइम पाया जाता है जो कि नाक में हो रही सूजन और अन्य लक्षणों को कम करने का काम करता है इसलिए इसका सेवन जरूर करें। इसी के साथ यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी आपकी सहायता करेगा इसलिए घर में सभी लोग पपीते का सेवन करें।
स्पिरुलिना
स्पिरुलिना एक प्रकार का शैवाल है यानी ये पानी में पाया जाने वाला पौधा है। इसका रंग नीला और हरा होता है। इससे डाइटरी सप्लीमेंट या होल फूड के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसमें एंटी-एलर्जिक गुण होते हैं। इसका प्रयोग एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाने में सहायक है।
सेब
प्रोबायोटिक्स के इस्तेमाल से नाक में हो रही एलर्जी धीरे-धीरे कम होने लगती है। जिन लोगों को बारह महीने नाक में एलर्जी रहती है उन्हें प्रतिदिन सेब खाना चाहिए। सेब खाने से शरीर में सूक्ष्म जीवों का स्तर उत्तम रहता है और यह जीव शरीर के लिए अच्छे होते हैं, ये एलर्जी जैसी समस्याओं से लड़ने में हमारी सहायता करते हैं इसलिए इनका शरीर में अच्छी मात्रा में होना जरूरी है इसलिए सेब का सेवन जरूर करें।
विटामिन-सी
जब शरीर किसी एलर्जन के संपर्क में आता है, तो हिस्टामाइन लेवल बढ़ जाता है। इससे एलर्जी बढ़ती है। ऐसे में विटामिन-सी का सेवन इसके बढ़े हुए लेवल को कम करता है। इसलिए, विटामिन-सी का किसी न किसी रूप में सेवन जरूर करना चाहिए।
हल्दी
आपके किचन में मौजूद हल्दी नाक की एलर्जी को दूर करने में सहायक हो सकता है। हल्दी से एलर्जी को फैलने से रोका जा सकता है। दरअसल, हल्दी में करक्यूमिन नामक एंटी-एलर्जिक गुण मौजूद होता है, जो एलर्जी की शिकायत को कम करता है। इसका सेवन करने के लिए क कप दूध उबाल लें। अब इसमें 1 चुटकी हल्दी डालकर हल्का सा ठंडा होने दें। रात में सोने से पहले इस दूध का सेवन करने से एलर्जी की शिकायत कम हो सकती है।
पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल
इस ऑयल में ऐसे एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो अस्थमा व एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षणों को कम कर सकते हैं। इस एसेंशियल ऑयल को हवा में डिफ्यूज करके से भी आराम मिल सकता है। इस ऑयल की 2 या 3 बूंद इतनी ही मात्रा में लैवेंडर ऑयल या लेमन ऑयल के साथ मिलाकर डिफ्यूजर में डालकर भाप लेने से आराम मिल सकता है। इन ऑयल को नाक पर लगाने से भी आराम मिल सकता है।
सेब का सिरका
सेब के सिरके में एंटी-हिस्टामाइन गुण पाया जाता है। यह एलर्जी का कारण बनने वाले हिस्टामाइन के प्रभाव को कम करने का काम कर सकता है। यह नाक में आई सूजन, बहती नाक या नाक में आई किसी भी तरह की रुकावट को ठीक करने में सक्षम होता है। इसके लिए बस एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और दिन में कम से कम एक बार जरूर पिएं। ऐसा करने से जरूर लाभ होगा।