जारी हैं डेंगू का आतंक, शरीर की प्लेटलेट्स और ब्लड सेल्स बढ़ाने के लिए आजमाए ये देसी नुस्खें

कोरोना का कहर जरूर थमने लगा हैं लेकिन डेंगू का आतंक जारी हैं। डेंगू अपना कहर बरपाते हुए लगातार लोगों को संक्रमित कर रहा हैं। अस्पतालों के हालात बिगड़ते जा रहे हैं जहां बेड के साथ खून और प्लेटलेट्स की कमी होने लगी हैं। डेंगू में शरीर की प्लेटलेट्स और ब्लड सेल्स काऊंट घट जाते हैं जिनकी पूर्ती करने की जरूरत होती हैं। डॉक्टरी इलाज के साथ-साथ प्लेटलेट्स और ब्लड सेल्स बढ़ाने के लिए आप देसी उपचार का सहारा ले सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे देसी नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से शरीर में प्लेटलेट्स और ब्लड सेल्स को बढ़ाया जा सकें और गंभीर हालत से बचा जा सके।

तुलसी का काढ़ा

तुलसी, काली मिर्च को 1 कप पानी में उबालें। इसे ठंडा करके दिन में 4 से 5 बार पिएं। इससे भी इम्यून सिस्टम मजबूत होगा और प्लेटलेट्स बढ़ेंगे।

बकरी का दूध

गाय का दूध पचने में 8 घंटे तो बकरी का दूध मात्र 20 मिनट में पच जाता है। वहीं, इससे शरीर में प्लेटलेट्स व ब्लड सेल्स काउंट भी काफी तेजी से बढ़ते हैं।

अमरूद का जूस

यह विटामिन सी से भरपूर होता है जो इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। डेंगू बुखार के इलाज के लिए आप अपने आहार में ताजे अमरूद के रस को शामिल कर सकते हैं। दिन में दो एक कप अमरूद का रस पिएं।

मेथी दाना

कुछ मेथी दानों को एक कप गर्म पानी में भिगोएं। पानी को ठंडा होने दें और इसे दिन में दो बार पिएं। यह विटामिन सी, के और फाइबर से भरपूर होता है, जो बुखार को कम करेगा और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा।

इम्यूनिटी बूस्टर फूड्स

प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बढ़ाने के लिए डाइट में खट्टे फल, लहसुन, बादाम, हल्दी, अदरक, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि शामिल करें। इसके अलावा बुखार में जितना हो सके हल्का-फुल्का खाएं।

गिलोय का रस

गिलोय का रस डेंगू बुखार के लिए सबसे बेहतरीन उपाय है जो चयापचय में सुधार करता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है। साथ ही यह प्लेटलेट काउंट और ब्लड सेल्स बढ़ाने में मदद करता है। आप एक गिलास पानी में गिलोय के पौधे के दो छोटे तने उबालकर दिन में दो बार पी सकते हैं। लेकिन गिलोय के जूस का अधिक सेवन न करें।

पपीते के पत्ते का रस

पपीते के पत्ते का रस इम्युनिटी को भी बढ़ाता है जो डेंगू के इलाज में भी मदद करता है। इसके लिए पपीते के कुछ पत्ते लें और उन्हें पीसकर उसका रस निकाल लें। दिन में दो बार पपीते के पत्ते के रस की थोड़ी मात्रा का सेवन करें।