खतरनाक स्थिति पैदा कर सकती हैं सूखी खांसी, इन उपायों से मिलेगा आपको आराम

फरवरी का महीना चल रहा है और उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में ठंड अब भी अपने शबाब पर है। सर्दियों के इस मौसम में ठंड का उतार-चढ़ाव देखने को मिलता हैं जिसकी वजह से कई बार सेहत को नुकसान झेलना पड़ता हैं। इस मौसम में बरती गई लापरवाही आपको सूखी खांसी का शिकार बना सकती हैं। सूखी खांसी आपको बहुत अधिक असहज महसूस कराती है, जिसकी वजह से खांसते-खांसते पूरे पेट में और पसलियों में दर्द होने लगता है। सीरप और दवाइयों के बाद भी कई बार सूखी खांसी यानी ड्राई कफ से छुटकारा नहीं मिलता। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आजमाकर सूखी खांसी से आराम पाया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...

शहद

हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि एक साल से अधिक उम्र के बच्चे से लेकर व्यस्क सूखी खांसी का उपचार करने के लिए शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं। शहद में जीवाणुरोधी गुण होते हैं और यह जलन को कम करने के साथ गले को कोट करने में भी मदद कर सकता है, जिससे आपको इरिटेशन नहीं होती। इसके सेवन के लिए आप रोजाना कई बार चम्मच से शहद ले सकते हैं, या फिर इसे चाय या गर्म पानी में मिलाकर पी सकते हैं।

पीपल की गांठ

पीपल की गांठ को भी सूखी खांसी में लाभकारी माना गया है। यह एक आजमाया हुआ नुस्खा है, जिससे सूखी खांसी को ठीक करने में मदद मिली है। इसके लिए एक पीपल की गांठ को पीस लें और उसे एक चम्मच शहद में मिलाकर खा लें। रोजाना ऐसा ही करें। इससे कुछ ही दिन में सूखी खांसी ठीक हो जाएगी।

हल्दी

हल्दी में पाया जाने वाले कर्क्युमिन में एंटी−वायरल, एंटी−इंफलेमेटरी, व एंटी−बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं। यह सिर्फ सूखी खांसी में ही लाभदायक नहीं है, बल्कि आपको अन्य भी कई हेल्थ प्रॉब्लम्स में लाभ होता है। अगर आपको सूखी खांसी की समस्या है तो आप हल्दी के साथ काली मिर्च डालकर सेवन करें। इससे आपको जल्द और बेहतर परिणाम नजर आएंगे। आप इसे अपने पेय पदार्थों में एक छोटा चम्मच हल्दी व थोड़ा सा काली मिर्च पाउडर डालकर सेवन करें। आप चाहें तो इसकी मदद से चाय भी बनाकर पी सकते हैं। हल्दी का उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक दवाओं में श्वसन स्थितियों, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के इलाज के लिए किया जाता है।

मुलेठी की चाय

मुलेठी का चाय पीने से भी सूखी खांसी में आराम मिलता है। इसे बनाने के लिए, दो बड़ी चम्मच मुलैठी की सूखी जड़ को एक मग में रखें और इस मग में उबलता हुआ पानी डालें। 10-15 मिनट तक भाप लगने दे। दिन में दो बार इसे लें।

अदरक

सदियों से दादी−नानी सूखी खांसी होने पर अदरक के सेवन की सलाह देती हैं। अदरक में जीवाणुरोधी और एंटी−इंफलेमेंटरी प्रॉपर्टीज होती हैं। यह ना सिर्फ सूखी खांसी से आराम दिलाता है, बल्कि इम्युन सिस्टम को बूस्ट करता है और दर्द से भी राहत दिलाता है। आप इसे चाय में डालकर पी सकते हैं या फिर इसका रस निकालकर उसमें शहद डालकर पीएं।

काली मिर्च

काली मिर्च और शहद का सेवन एक-साथ मिलाकर करने से भी सूखी खांसी से छुटकारा पाया जा सकता है। आप 4-5 काली मिर्च पीसकर उसका पाउडर बना लें अब इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें। इसे नियमित लेने से आपको कुछ ही दिनों में सूखी खांसी से राहत मिल जाएगी।

पुदीना
सूखी खांसी होने पर पुदीने का इस्तेमाल करना भी एक अच्छा विचार है। दरअसल, पेपरमिंट में मेन्थॉल होता है, जो गले में तंत्रिका अंत को सुन्न करने में मदद करता है जो खांसी के कारण इरिटेट हो जाते हैं। यह दर्द से राहत प्रदान कर सकता है और खांसी को कम करता है। पुदीने में जीवाणुरोधी और एंटीवायरल गुण भी पाए जाते हैं। रात में खांसी को कम करने में मदद करने के लिए बिस्तर से ठीक पहले पेपरमिंट चाय पीने की कोशिश करें।